गोरखपुर (Sun, 21 Sep 2025): उत्तर प्रदेश सरकार 2047 तक राज्य को विकसित बनाने के अपने महत्वाकांक्षी लक्ष्य पर तेजी से काम कर रही है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय के प्रेक्षागृह में आयोजित कार्यशाला को संबोधित करते हुए कहा कि ‘Developed UP 2047’ का विजन केवल कागज पर नहीं, बल्कि हर नागरिक की भागीदारी से साकार होगा।
सीएम ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा 2047 तक विकसित भारत बनाने की संकल्पना के अनुरूप प्रदेश ने इस दिशा में ठोस पहल की है। उन्होंने कहा, “तीन साल पहले जब केंद्र ने इस महत्वाकांक्षी संकल्प का आह्वान किया, तब उत्तर प्रदेश ने इसे मूर्त रूप देने की जिम्मेदारी अपने हाथ में ली।”
अगस्त महीने में विधानसभा में लगातार 24 घंटे चली विस्तृत चर्चा के बाद, प्रदेश के 300 से अधिक बुद्धिजीवी – जिनमें सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारी, विश्वविद्यालय कुलपति, शिक्षक, चिकित्सक और उद्यमी शामिल हैं – राज्य के विभिन्न अकादमिक संस्थानों में जाकर ‘Developed UP 2047’ के विजन पर छात्रों और आम जनता से संवाद कर रहे हैं। मुख्यमंत्री ने बताया कि अब तक ये टीम 110 से अधिक संस्थानों में भ्रमण कर चुकी है और लोगों से बहुमूल्य सुझाव ले चुकी है।
“अब समय है आम जनता की भागीदारी का,” मुख्यमंत्री ने मंच से आह्वान किया। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा निर्धारित 12 प्रमुख सेक्टर में से किसी भी क्षेत्र में सुझाव देकर हर नागरिक इस विकास यात्रा में योगदान कर सकता है। इसके लिए सरकार ने मोबाइल में स्कैन करने योग्य QR कोड जारी किया है, जिसके माध्यम से सीधे अपने सुझाव भेजे जा सकते हैं।
सीएम योगी ने अपने संबोधन में प्रदेश की ऐतिहासिक और वर्तमान आर्थिक दशा का भी संक्षिप्त चित्रण किया। उन्होंने बताया कि स्वतंत्रता के बाद 1947 में उत्तर प्रदेश का देश की अर्थव्यवस्था में योगदान 14 प्रतिशत था, जो समय के साथ घटता गया। 2017 में मुख्यमंत्री बनने के बाद आर्थिक सुधारों की दिशा में कदम बढ़ाए गए और प्रदेश की जीडीपी 12 लाख 36 हजार करोड़ रुपये से बढ़कर अब 36 लाख करोड़ रुपये तक पहुंचने वाली है। नौ साल के भीतर इस तीन गुणा वृद्धि ने प्रदेश की आर्थिक संभावनाओं को नए आयाम दिए हैं। इसी तरह, प्रति व्यक्ति आय 45 हजार रुपये से बढ़कर 1 लाख 20 हजार रुपये तक पहुंच गई है।
योगी आदित्यनाथ ने स्पष्ट किया कि भारत तभी विकसित हो सकता है जब उत्तर प्रदेश विकसित होगा। इसके लिए हर नगर, कस्बे और गांव में छोटे-छोटे लक्ष्य तय कर उन्हें विजन डॉक्यूमेंट में शामिल किया गया है। मुख्यमंत्री ने कहा, “हमारे पांच से दस वर्ष के लक्ष्यों को साकार करना तभी संभव होगा जब हर नागरिक अपनी राय और सुझाव साझा करेगा।”
कार्यशाला में यह भी बताया गया कि ‘Developed UP 2047’ विजन में आए सर्वश्रेष्ठ सुझावों को सम्मानित किया जाएगा। पहले चरण में विकास से जुड़े तीन सर्वोत्तम सुझावों को पुरस्कार मिलेगा, वहीं पांच अन्य सर्वश्रेष्ठ सुझावों को भी राज्य सरकार द्वारा मान्यता दी जाएगी। मुख्यमंत्री ने विश्वास जताया कि आने वाले महीनों में आमजन और बुद्धिजीवियों के योगदान से यह विजन वास्तविक रूप लेगा।
इस प्रकार, ‘Developed UP 2047’ सिर्फ एक सरकारी योजना नहीं, बल्कि प्रदेश के हर नागरिक की सोच और भागीदारी का परिणाम बनकर सामने आएगा। मुख्यमंत्री ने सभी से आग्रह किया कि वे इस ऐतिहासिक पहल में भाग लें और उत्तर प्रदेश को 2047 तक एक विकसित और समृद्ध राज्य बनाने में अपना योगदान दें।