जुलाई माह में शानदार प्रदर्शन कर शुभमन गिल ने रचा इतिहास, ब्रैडमैन की सूची में पहुंचे दूसरे स्थान पर
नई दिल्ली – भारतीय टेस्ट कप्तान शुभमन गिल ने अपने युवा करियर में एक और बड़ी उपलब्धि जोड़ ली है। जुलाई 2025 के ICC Player of the Month अवॉर्ड के विजेता के रूप में गिल ने इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स और दक्षिण अफ्रीका के ऑलराउंडर वियान मुल्डर को पीछे छोड़ते हुए यह खिताब अपने नाम किया। यह उपलब्धि गिल के लिए खास इसलिए भी है क्योंकि उन्होंने बतौर कप्तान पहली टेस्ट सीरीज में यह प्रदर्शन किया।
गिल ने जुलाई में खेले गए तीन टेस्ट मैचों में 94.50 की औसत से कुल 567 रन बनाए, जिसमें बर्मिंघम में लगाया गया दोहरा शतक भी शामिल है। उन्होंने न केवल टीम को मजबूती दी बल्कि कप्तान के रूप में भी नेतृत्व क्षमता का परिचय दिया।
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चौथी बार मिला ‘प्लेयर ऑफ द मंथ’ का खिताब
शुभमन गिल अब इस अवॉर्ड को चार बार जीतने वाले पहले पुरुष खिलाड़ी बन गए हैं। इससे पहले वह जनवरी 2023, सितंबर 2023 और फरवरी 2025 में यह पुरस्कार जीत चुके हैं। आईसीसी द्वारा जारी बयान में गिल ने कहा:
“इस बार का पुरस्कार मेरे लिए बेहद खास है क्योंकि यह मेरी पहली टेस्ट सीरीज की कप्तानी के दौरान मिला है। बर्मिंघम में लगाया गया दोहरा शतक मेरे दिल के बहुत करीब रहेगा।”
गिल ने निर्णायक मंडल और अपने साथियों को धन्यवाद देते हुए कहा कि वह भविष्य में भी देश के लिए सम्मान अर्जित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
इंग्लैंड दौरे में रिकॉर्ड पर रिकॉर्ड
हाल में समाप्त हुई भारत-इंग्लैंड टेस्ट सीरीज, जिसमें मुकाबला 2–2 से ड्रॉ रहा, शुभमन गिल के लिए व्यक्तिगत रूप से ऐतिहासिक साबित हुई। उन्होंने सीरीज में 754 रन बनाए, जिसमें चार शतक और एक दोहरा शतक शामिल रहा। इस दौरान उनका औसत 75.40 रहा, जो किसी भी कप्तान के लिए असाधारण आंकड़ा है।
गिल ने इस सीरीज में सुनील गावस्कर का रिकॉर्ड (732 रन) तोड़कर, भारतीय कप्तान द्वारा एक सीरीज में सबसे अधिक रन बनाने वाले खिलाड़ी बन गए।
महिला वर्ग में सोफिया डंकले ने मारी बाज़ी
आईसीसी ने जुलाई माह के महिला वर्ग की प्लेयर ऑफ द मंथ के रूप में इंग्लैंड की बल्लेबाज सोफिया डंकले को चुना है। डंकले ने अपनी टीम के लिए अहम पारियां खेली और महिला क्रिकेट में अपनी छाप छोड़ी।
निष्कर्ष
शुभमन गिल का यह पुरस्कार जीतना न केवल उनके लिए बल्कि भारतीय क्रिकेट के लिए भी गौरव की बात है। युवा कप्तान के रूप में उनकी यह शुरुआत बताती है कि भविष्य में वे भारतीय क्रिकेट के धुरी बन सकते हैं। उनका संयम, नेतृत्व और निरंतरता आने वाले वर्षों में भारत को कई और ऐतिहासिक जीत दिला सकता है।