धर्मशाला, 09 सितम्बर 2025 – प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार को हिमाचल प्रदेश के आपदा प्रभावित इलाकों के दौरे पर थे। चंबा और कांगड़ा का निरीक्षण करने के बाद उन्होंने आपदा पीड़ित परिवारों से सीधा संवाद किया। इसी दौरान एक ऐसा पल आया जिसने पूरे माहौल को भावुक कर दिया। मंडी जिले की सराज घाटी में बादल फटने से अनाथ हुई 11 महीने की नीतिका जब प्रधानमंत्री से मिली, तो हर किसी की आंखें नम हो गईं।
नीतिका से मुलाकात का भावुक दृश्य
कांगड़ा हवाई अड्डे पर जैसे ही नीतिका को उसकी बुआ ने प्रधानमंत्री के सामने लाया, मोदी ने उसे गोद में उठाकर दुलार किया। उन्होंने बच्ची को चॉकलेट दी, उसके सिर पर हाथ फेरकर आशीर्वाद दिया। नीतिका मासूम निगाहों से लगातार प्रधानमंत्री को देखती रही और एक पल के लिए मुस्कुरा भी दी। यह दृश्य देखकर वहां मौजूद लोग अपनी भावनाएं रोक नहीं पाए।

नीतिका के माता-पिता और दादी का निधन 30 जून को मंडी जिले के सराज क्षेत्र में बादल फटने से आई बाढ़ में हो गया था। अब बच्ची अपनी बुआ के पास शिकावरी गांव में रह रही है। प्रधानमंत्री ने बुआ से बच्ची की पढ़ाई-लिखाई और पालन-पोषण की जानकारी ली और हरसंभव मदद का भरोसा दिलाया।
आपदा पीड़ितों से संवाद, दर्द साझा
प्रधानमंत्री मोदी की मुलाकात केवल नीतिका तक सीमित नहीं रही। उन्होंने आपदा पीड़ित कृष्णा देवी से भी बात की, जिन्होंने 28 जुलाई को आई बाढ़ में अपने बेटे, बहू और पोते को खो दिया था। उन्होंने पीएम को बताया कि कैसे कुछ ही पलों में उनका पूरा परिवार उजड़ गया और वे अकेली रह गई हैं। मोदी ने उनका हाथ थामकर सांत्वना दी और कहा कि केंद्र और राज्य सरकार पीड़ितों के साथ खड़ी है।
प्रधानमंत्री का संवेदनशील संदेश
पीएम मोदी ने कहा –
“इस विनाशकारी आपदा में जिन्होंने अपने परिजन खोए हैं, उनके दर्द को शब्दों में नहीं बांधा जा सकता। सरकार राहत और पुनर्वास के लिए हरसंभव कदम उठा रही है। अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि किसी भी पीड़ित को मदद से वंचित न रखा जाए।”
प्रधानमंत्री ने प्रशासन को राहत और पुनर्वास कार्य तेज करने को कहा। उन्होंने भरोसा दिलाया कि पीड़ित परिवारों को न केवल आर्थिक सहायता बल्कि मानसिक संबल भी दिया जाएगा।
हिमाचल की जख्मों पर मरहम
हिमाचल प्रदेश इस साल प्राकृतिक आपदाओं से गहरे जख्म झेल चुका है। बादल फटना, बाढ़ और भूस्खलन जैसी घटनाओं ने सैकड़ों परिवारों को प्रभावित किया है। नीतिका जैसी मासूम जिन्दगियों की पीड़ा इन आपदाओं का सबसे करुण रूप सामने लाती है। पीएम मोदी का यह दौरा स्थानीय लोगों के लिए केवल एक औपचारिक यात्रा नहीं बल्कि संवेदनाओं का संदेश बन गया।
निष्कर्ष
PM Modi Himachal Visit का यह मानवीय पहलू दिखाता है कि त्रासदी के बीच भी उम्मीद की किरणें बची रहती हैं। नीतिका के साथ प्रधानमंत्री की मुलाकात आने वाले वर्षों तक लोगों की स्मृतियों में दर्ज रहेगी।