नई दिल्ली (10 सितंबर 2025) – भारत और अमेरिका के रिश्तों में नई जान फूंकने वाली वार्ता अब निर्णायक मोड़ पर पहुंच रही है। दोनों देशों के बीच चल रही Trade Deal चर्चाओं ने संकेत दिया है कि अमेरिका जल्द ही भारत पर लगाए गए 50% टैरिफ में कटौती कर सकता है। यह कदम न केवल आर्थिक साझेदारी को नया आयाम देगा बल्कि राजनीतिक रिश्तों में भी गर्माहट लाएगा।
Trade Deal पर Modi-Trump की दोस्ताना पहल
पिछले एक हफ्ते में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने लगातार दो बार सकारात्मक संदेश साझा किए। यह साफ संकेत है कि Trade Deal को लेकर बातचीत अब गंभीर और व्यावहारिक चरण में पहुंच चुकी है।
मोदी ने ‘एक्स’ पर लिखा – “भारत और अमेरिका करीबी दोस्त और स्वाभाविक साझेदार हैं। मुझे भरोसा है कि हमारी व्यापार वार्ता इस साझेदारी की असीम संभावनाओं को खोलेगी।”
वहीं, ट्रंप ने Truth Social पर कहा – “भारत और अमेरिका के बीच Trade Deal को जल्द सफलतापूर्वक पूरा किया जाएगा।”
Trade Deal से पहले हालिया तनाव
कुछ समय पहले तक हालात तनावपूर्ण थे। अमेरिका ने भारत पर रूस से तेल आयात के कारण अतिरिक्त शुल्क लगाया था और राष्ट्रपति ट्रंप ने कड़े बयान दिए थे। हालांकि भारत ने संयम दिखाया और वार्ता को प्राथमिकता दी। जानकारों के मुताबिक, यह रुख आने वाली Trade Deal के लिए अनुकूल माहौल बनाने की रणनीति का हिस्सा था।
नवंबर तक हो सकती है Trade Deal
सूत्रों का कहना है कि आने वाले दो हफ्तों में बड़े फैसले लिए जा सकते हैं। सबसे पहले रूस से तेल आयात पर लगाए गए अतिरिक्त शुल्क हटाने की घोषणा संभव है। केंद्रीय वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल ने भी भरोसा जताया है कि नवंबर तक भारत और अमेरिका औपचारिक Trade Deal पर हस्ताक्षर कर सकते हैं।
Quad Summit पर असर
कूटनीतिक हलकों का मानना है कि भारत-अमेरिका Trade Deal का असर केवल व्यापार तक सीमित नहीं रहेगा। अगर सबकुछ योजनानुसार होता है तो भारत में होने वाले Quad Summit का रास्ता भी साफ हो जाएगा। संभावना है कि इस आयोजन में राष्ट्रपति ट्रंप खुद भारत का दौरा करें।
निष्कर्ष
भारत और अमेरिका की साझेदारी केवल दो देशों तक सीमित नहीं बल्कि वैश्विक अर्थव्यवस्था और रणनीतिक समीकरणों को भी प्रभावित करती है। मौजूदा हालात बताते हैं कि टैरिफ और तेल विवाद जैसे मुद्दों के बावजूद एक मजबूत Trade Deal दोनों देशों के रिश्तों को नई ऊंचाई पर ले जाएगी।