लखनऊ, 12 सितंबर 2025। उत्तर प्रदेश सरकार ने युवाओं को हुनरमंद बनाकर स्थानीय स्तर पर रोजगार उपलब्ध कराने के लिए बड़ा कदम उठाया है। UP Skill Development Mission की हालिया नौ दिवसीय कार्यशाला में यह तय किया गया कि प्रदेश के हर जिले में पांच प्रमुख औद्योगिक क्षेत्रों की पहचान की जाएगी। युवाओं को इन्हीं क्षेत्रों में प्रशिक्षित किया जाएगा, ताकि उन्हें अपने ही जिले में रोजगार के अवसर मिल सकें।
पारदर्शिता और गुणवत्ता पर जोर
“सबको हुनर, सबको काम” के लक्ष्य के साथ आयोजित इस कार्यशाला में पारदर्शिता और रोजगार को लेकर कई अहम फैसले लिए गए। मिशन निदेशक पुलकित खरे ने साफ कहा कि किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं होगी। सभी प्रशिक्षण बैचों का लाइव टेलीकास्ट मिशन मुख्यालय से किया जाएगा, ताकि गुणवत्ता पर रीयल-टाइम नजर रखी जा सके।
विधायक करेंगे बैच का उद्घाटन, होगा अभिभावक दिवस
कार्यशाला में यह भी तय हुआ कि हर प्रशिक्षण बैच का उद्घाटन संबंधित क्षेत्र के विधायक करेंगे। उद्घाटन के बाद ही उस बैच को मान्यता मिलेगी।
साथ ही, अभिभावकों को भी इस प्रक्रिया से जोड़ा जाएगा। इसके लिए “अभिभावक दिवस” मनाया जाएगा, जिसमें उनकी राय लेकर पोर्टल पर दर्ज की जाएगी।
दिव्यांग और महिलाओं को मिलेगा आरक्षण
वित्तीय वर्ष 2025-26 से प्रशिक्षण में आरक्षण की व्यवस्था भी लागू होगी।
- दिव्यांगजन को 5% आरक्षण मिलेगा।
- महिलाओं को 33% आरक्षण दिया जाएगा।
महिला समूहों को इस मिशन में विशेष प्राथमिकता देने की भी घोषणा की गई है।
सेक्टर स्किल काउंसिल से मान्यता प्राप्त प्रशिक्षक
सभी प्रशिक्षण सिर्फ उन्हीं प्रशिक्षकों द्वारा दिया जाएगा जो सेक्टर स्किल काउंसिल से प्रमाणित हों। इससे प्रशिक्षण की गुणवत्ता और रोजगार की संभावनाएं दोनों मजबूत होंगी।
कार्यशाला में बड़ी भागीदारी
इस कार्यशाला में 25 इंडस्ट्रियल ट्रेनिंग पार्टनर और 162 निजी प्रशिक्षण प्रदाताओं ने हिस्सा लिया। चर्चा के दौरान तय किया गया कि हर दो से तीन महीने पर इस तरह की कार्यशालाएं आयोजित की जाएंगी, ताकि प्रशिक्षण प्रदाताओं की समस्याओं का समाधान हो सके और बेहतर रोजगार अवसर पैदा किए जा सकें।