वाराणसी, 12 सितंबर 2025। भारत–मॉरीशस रिश्तों में सांस्कृतिक और धार्मिक जुड़ाव का नया अध्याय जुड़ा है। शुक्रवार को Mauritius PM at Kashi Vishwanath — मॉरीशस के प्रधानमंत्री नवीनचंद्र रामगुलाम ने उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल के साथ बाबा विश्वनाथ के दरबार में दर्शन-पूजन किया। इस मौके पर उनके साथ आए प्रतिनिधि मंडल ने भी पूजा-अर्चना कर दोनों देशों की समृद्धि और संबंधों की मजबूती की कामना की।
आस्था और श्रद्धा का पल
प्रधानमंत्री रामगुलाम जब काशी विश्वनाथ धाम पहुंचे, तो उनका पारंपरिक ढंग से स्वागत किया गया। आचार्य टेक नारायण उपाध्याय, नीरज पांडेय और अंकित ने पूरे विधि-विधान से पूजा कराई। इस दौरान प्रधानमंत्री ने पंचामृत अर्पित किया और रुद्री पाठ में भाग लिया। मंदिर प्रबंधन की ओर से उन्हें बाबा विश्वनाथ का प्रसाद, रुद्राक्ष की माला, भस्मी और बेलपत्र भेंट किया गया।
भावविभोर हुए मॉरीशस के प्रधानमंत्री
मंदिर की भव्यता देखकर प्रधानमंत्री रामगुलाम भावुक हो गए। उन्होंने कहा कि यह अनुभव न सिर्फ व्यक्तिगत आस्था का प्रतीक है, बल्कि यह दोनों देशों के बीच सांस्कृतिक रिश्तों को भी और गहराई देता है। उन्होंने स्पष्ट किया कि धार्मिक यात्राएं केवल पूजा तक सीमित नहीं होतीं, बल्कि यह विभिन्न संस्कृतियों के बीच संवाद और सहयोग को भी प्रोत्साहित करती हैं।
विशेष स्वागत और मंगल पाठ
इस अवसर पर 11 ब्राह्मणों द्वारा मंगल स्वस्ति वाचन किया गया। स्वागत समारोह में सभी अतिथियों को अंगवस्त्रम और रुद्राक्ष की माला पहनाई गई। पूरा प्रतिनिधि मंडल इस आध्यात्मिक यात्रा से अत्यंत प्रसन्न नजर आया।
भारत–मॉरीशस संबंधों का प्रतीक
Mauritius PM at Kashi Vishwanath यात्रा केवल धार्मिक दृष्टि से ही महत्वपूर्ण नहीं है, बल्कि इसे दोनों देशों के बीच गहरे ऐतिहासिक और सांस्कृतिक संबंधों को और प्रगाढ़ करने वाली घटना माना जा रहा है। प्रधानमंत्री रामगुलाम ने इस दौरान कहा कि बाबा विश्वनाथ का आशीर्वाद भारत और मॉरीशस के रिश्तों को नई मजबूती देगा।