काठमांडू (13 सितम्बर 2025, शनिवार): नेपाल की अंतरिम प्रधानमंत्री सुशीला कार्की शनिवार को राजधानी काठमांडू स्थित सिविल अस्पताल पहुंचीं। यहां उन्होंने हाल ही में हुए विरोध प्रदर्शनों में घायल लोगों से मुलाकात की और उनका हालचाल जाना। उन्होंने डॉक्टरों व अस्पताल प्रशासन से बातचीत कर निर्देश दिया कि सभी घायलों को बेहतर इलाज और जरूरी सुविधाएं तुरंत उपलब्ध कराई जाएं।
“शांति और लोकतंत्र की रक्षा हमारी प्राथमिकता”
अस्पताल में मीडिया से बातचीत करते हुए Nepal Interim PM Sushila Karki ने कहा कि सरकार विरोध प्रदर्शनों के दौरान हुई घटनाओं को गंभीरता से ले रही है। उन्होंने आश्वासन दिया कि भविष्य में किसी भी नागरिक को इस तरह की स्थिति का सामना न करना पड़े, इसके लिए ठोस कदम उठाए जाएंगे। कार्की ने कहा, “शांति और लोकतंत्र की रक्षा हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है।”
हिंसा के बाद राजनीतिक बदलाव
नेपाल में युवाओं के विरोध प्रदर्शनों ने राजनीतिक परिदृश्य बदल दिया है। हिंसा और उथल-पुथल के बीच पूर्व प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने इस्तीफा दे दिया। इस हिंसा में अब तक 50 से ज्यादा लोगों की मौत और सैकड़ों घायल होने की पुष्टि हुई है। हालात को देखते हुए राष्ट्रपति रामचंद्र पौडेल ने संसद भंग कर दी और शुक्रवार को सुशीला कार्की को अंतरिम प्रधानमंत्री नियुक्त किया।
सिंहदरबार आगजनी के बाद नया पीएम कार्यालय
प्रदर्शनकारियों द्वारा सिंहदरबार स्थित प्रधानमंत्री और मंत्रिपरिषद कार्यालय में की गई आगजनी के बाद अब नए प्रधानमंत्री के लिए अलग कार्यस्थल तैयार किया जा रहा है। यह भवन पहले गृह मंत्रालय के लिए बनाया गया था, लेकिन अब इसे प्रधानमंत्री कार्यालय के रूप में इस्तेमाल किया जाएगा।
नेपाल आर्मी और प्रशासनिक टीमें पुराने कार्यालय से बचा हुआ फर्नीचर, कंप्यूटर, टेबल-कुर्सियां और जरूरी दस्तावेज नए भवन में शिफ्ट कर रही हैं। हालांकि, हमले के पांच दिन बाद भी सिंहदरबार के कई हिस्सों से धुआं उठ रहा है और परिसर में जली हुई गाड़ियां और कागजात बिखरे पड़े हैं।
शिक्षा मंत्रालय में मलबा हटाने का अभियान
शिक्षा, विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्रालय विरोध प्रदर्शनों में सबसे ज्यादा प्रभावित रहा। शनिवार को सार्वजनिक अवकाश होने के बावजूद सचिव चूड़ामणि पौडेल के नेतृत्व में कर्मचारियों ने मलबा हटाने का काम शुरू किया।
उप सचिव और प्रवक्ता शिव कुमार सापकोटा ने बताया कि मंत्रालय की सफाई और दफ्तरों की व्यवस्था बहाल करने के लिए कर्मचारियों को सक्रिय किया गया है। एक विशेष टीम वाहनों, कंप्यूटरों, फर्नीचर और उपकरणों के नुकसान का आंकलन भी कर रही है। उन्होंने उम्मीद जताई कि जिन जगहों पर इमारत को ज्यादा नुकसान नहीं हुआ है, वहां जल्द कामकाज शुरू हो सकेगा।
निष्कर्ष
नेपाल इन दिनों भारी राजनीतिक और सामाजिक उथल-पुथल से गुजर रहा है। ऐसे समय में Nepal Interim PM Sushila Karki का घायलों से मिलना और शांति का भरोसा देना लोगों में नई उम्मीद जगा रहा है। वहीं, नए पीएम कार्यालय और मंत्रालयों की बहाली से संकेत मिल रहे हैं कि नेपाल जल्द ही सामान्य प्रशासनिक व्यवस्था की ओर लौटने की कोशिश कर रहा है।