रनवे पर अचानक आई तकनीकी खराबी से मचा हड़कंप, यात्रियों को दूसरे विमान से भेजा गया दिल्ली
लखनऊ, 14 सितंबर 2025 (रविवार)। Lucknow Airport के चौधरी चरण सिंह अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर शनिवार सुबह उस वक्त अफरा-तफरी मच गई, जब दिल्ली जाने वाली इंडिगो की फ्लाइट 6ई-2111 उड़ान भरने से ठीक पहले तकनीकी खराबी का शिकार हो गई। विमान में सवार 151 यात्रियों की जान सांसत में आ गई। इनमें समाजवादी पार्टी की सांसद डिंपल यादव और गोंडा के सपा नेता सूरज सिंह भी शामिल थे।
यह फ्लाइट सामान्य दिनों की तरह सुबह साढ़े दस बजे लखनऊ से रवाना होकर दोपहर साढ़े बारह बजे तक दिल्ली पहुंच जानी थी। यात्रियों की बोर्डिंग पूरी हो चुकी थी और विमान रनवे पर तेज रफ्तार पकड़ चुका था। जैसे ही पायलट ने इंजनों को अंतिम थ्रस्ट देने की कोशिश की, अचानक तकनीकी गड़बड़ी सामने आई। नतीजतन विमान को रनवे पर ही रोकना पड़ा और वह हवा में नहीं उठ सका।
सांसद डिंपल यादव भी रहीं विमान में सवार
इस घटना ने यात्रियों में हड़कंप मचा दिया। सोशल मीडिया पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए डिंपल यादव ने बताया कि उन्हें विमान में 2बी सीट आवंटित की गई थी। जैसे ही विमान रनवे पर स्पीड लेने लगा, इंजनों ने थ्रस्ट नहीं पकड़ा और अचानक फ्लाइट को रोकना पड़ा। इस अप्रत्याशित झटके से कई यात्री डर के मारे खड़े हो गए। क्रू मेंबर्स ने तुरंत स्थिति संभाली और सभी को शांत करवाया।
इंजीनियरों की टीम घंटों करती रही जांच
इंडिगो एयरलाइंस से जुड़े सूत्रों के अनुसार, फ्लाइट को सुरक्षित रूप से रनवे से वापस लाकर अलग खड़ा कर दिया गया। इसके बाद इंजीनियरों की टीम तकनीकी खराबी तलाशने में जुट गई। शुरुआती प्रयासों में समस्या का कारण सामने नहीं आ पाया। यात्रियों को ज्यादा देर इंतज़ार न कराना पड़े, इसलिए एयरलाइन ने सभी को दूसरे विमान में शिफ्ट किया और निर्धारित समय से थोड़ी देरी से दिल्ली रवाना किया।
एयरलाइन प्रशासन ने इस तकनीकी खामी पर खेद जताते हुए यात्रियों की असुविधा के लिए माफी मांगी।
यात्रियों में दहशत, लेकिन राहत की सांस भी
इस घटना ने कई यात्रियों को कुछ मिनटों के लिए गहरी दहशत में डाल दिया। जब विमान पूरी स्पीड पर रनवे पर दौड़ रहा हो और अचानक रुक जाए, तो यह अनुभव किसी के भी लिए भयावह हो सकता है। हालांकि, पायलट की तत्परता और क्रू के शांत रवैये से स्थिति संभल गई। जैसे ही यात्रियों को सुरक्षित दूसरे विमान में भेजा गया, सभी ने राहत की सांस ली।
सुरक्षा पर सवाल
इस तरह की तकनीकी खराबी ने एक बार फिर एयरलाइन सुरक्षा व्यवस्थाओं को कटघरे में खड़ा कर दिया है। विशेषज्ञ मानते हैं कि उड़ान से पहले विमान की pre-flight technical check प्रक्रिया को और मजबूत करने की जरूरत है। यात्रियों का भरोसा तभी कायम रह पाएगा, जब उन्हें यह यकीन होगा कि उनकी सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता है।