लखनऊ (Wed, 17 Sep 2025): उत्तर प्रदेश में युवाओं को स्थानीय स्तर पर नौकरी के अवसर दिलाने के लिए Skill Development Mission ने एक नई पहल शुरू की है। मिशन के तहत राज्य के हर जिले में वहां की औद्योगिक संभावनाओं और संसाधनों को ध्यान में रखते हुए रोजगार से जुड़े सेक्टर चिह्नित किए गए हैं। इन सेक्टरों में युवाओं को औद्योगिक संस्थानों के माध्यम से प्रशिक्षण देकर उन्हें अपने ही जिले में रोजगार पाने का मौका मिलेगा।
कौशल विकास मिशन के निदेशक पुलकित खरे का कहना है कि अक्टूबर से हर महीने अलग-अलग बैच के माध्यम से युवाओं को इन चिह्नित क्षेत्रों में प्रशिक्षित किया जाएगा। उनका मानना है कि यह कदम न केवल युवाओं को रोजगार के अवसर देगा बल्कि प्रदेश की औद्योगिक तस्वीर भी बदल देगा।
हर जिले का अलग फोकस सेक्टर
प्रदेश के औद्योगिक नक्शे को ध्यान में रखते हुए जिलावार सेक्टर की पहचान की गई है।
- आगरा: लेदर, हेल्थकेयर, इलेक्ट्रॉनिक्स, टूरिज्म और फूड प्रोसेसिंग।
- अलीगढ़: ऑटोमोबाइल, हेल्थकेयर और फूड प्रोसेसिंग।
- लखनऊ: एयरोस्पेस, एविएशन, आईटी-आईटीईएस, हेल्थकेयर और लाइफ साइंसेज।
- वाराणसी और गोरखपुर: पर्यटन, लॉजिस्टिक्स, टेक्सटाइल और फर्नीचर-फिटिंग्स।
ग्रामीण जिलों को भी मिला महत्व
ग्रामीण और सीमावर्ती इलाकों में भी स्थानीय संसाधनों को बढ़ावा देने की योजना बनाई गई है।
- भदोही और मीरजापुर: कालीन और हस्तशिल्प।
- अमेठी और बहराइच: एग्रो प्रोसेसिंग।
- बलरामपुर: इलेक्ट्रॉनिक्स और लॉजिस्टिक्स।
- महोबा: ग्रीन जॉब्स और फूड प्रोसेसिंग।
- लखीमपुर खीरी: कृषि आधारित उद्योग और फर्नीचर-फिटिंग्स।
स्थानीय उद्योगों को मिलेगा नया जीवन
विशेषज्ञ मानते हैं कि यह पहल स्थानीय संसाधनों और पारंपरिक उद्योगों को आधुनिक प्रशिक्षण और तकनीकी सहयोग से जोड़ देगी। इससे न केवल युवाओं को आत्मनिर्भर बनने का अवसर मिलेगा बल्कि बेरोजगारी और पलायन जैसी चुनौतियों पर भी अंकुश लगेगा।
Skill Development Mission का यह रोडमैप प्रदेश की अर्थव्यवस्था को नई दिशा देने और युवाओं को सशक्त बनाने की दिशा में ऐतिहासिक साबित हो सकता है।