DGCA से लाइसेंस की राह साफ, पहले चरण में 10 शहरों के लिए उड़ानें
ग्रेटर नोएडा (Thu, 18 Sept 2025)। Noida International Airport (Jewar Airport) को लेकर इंतज़ार अब खत्म होने जा रहा है। एयरपोर्ट को ब्यूरो ऑफ सिविल एविएशन सिक्योरिटी (BCAS) से सिक्यॉरिटी क्लियरेंस की NOC मिल गई है। इसके बाद DGCA से ऑपरेटिंग लाइसेंस लेने की राह भी साफ हो गई है। उम्मीद है कि एयरपोर्ट का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 30 अक्टूबर को करेंगे।
केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ने हिंडन एयरपोर्ट (गाज़ियाबाद) में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान आधिकारिक रूप से 30 अक्टूबर को उद्घाटन की तारीख की घोषणा भी कर दी है। उद्घाटन के बाद 45 दिनों के भीतर यहां से 10 शहरों के लिए घरेलू उड़ानें शुरू हो जाएंगी।
तय समय पर पूरा होगा काम
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (NIAL) के सीईओ राकेश कुमार सिंह के अनुसार एयरपोर्ट का पूरा काम 25 अक्टूबर तक पूरा कर लिया जाएगा। सितंबर 2024 की पहली डेडलाइन के बाद यह प्रोजेक्ट करीब एक साल लेट हो चुका है, लेकिन अब टर्मिनल बिल्डिंग लगभग तैयार है।
यमुना अथॉरिटी और अन्य अधिकारियों ने हाल ही में साइट का निरीक्षण किया। मीटिंग में निर्देश दिए गए कि हर हाल में तय समय तक कार्य पूरा किया जाए। पहले चरण में घरेलू और कार्गो उड़ानों की शुरुआत होगी।
एयरपोर्ट पर चल रहा है तेज़ी से काम
- रनवे पर लैंडिंग और टेकऑफ का ट्रायल पहले ही हो चुका है।
- एटीएस टावर और इमरजेंसी रोड का काम पूरा हो गया है।
- टर्मिनल बिल्डिंग में इंटीरियर और यात्री सुविधाओं का काम अंतिम चरण में है।
- यात्रियों के लिए फेस रिकग्निशन, पेपरलेस चेक-इन और स्मार्ट सिक्यॉरिटी सिस्टम जैसी अत्याधुनिक सुविधाएं उपलब्ध होंगी।
Noida International Airport की 5 खास बातें
- पहला चरण – लगभग 1,334 हेक्टेयर में फैला है जिसमें 3,900 मीटर लंबा रनवे और अत्याधुनिक टर्मिनल शामिल है।
- यात्री क्षमता – शुरुआती चरण में सालाना 1.2 करोड़ यात्रियों की क्षमता।
- फ्यूचर एक्सपैंशन – तीनों फेज पूरे होने पर 6 रनवे के साथ यह दक्षिण एशिया का सबसे बड़ा एयरपोर्ट बनेगा।
- कार्गो हब – यह उत्तर भारत का सबसे बड़ा कार्गो हब होगा जिससे व्यापार और लॉजिस्टिक्स को नई गति मिलेगी।
- बेहतरीन कनेक्टिविटी – एयरपोर्ट को दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे, यमुना एक्सप्रेसवे, केजीपी और डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर से सीधी कनेक्टिविटी मिलेगी।
NCR और पश्चिमी यूपी की अर्थव्यवस्था को नई उड़ान
विशेषज्ञों का मानना है कि नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट केवल हवाई यातायात तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि यह पश्चिमी उत्तर प्रदेश और दिल्ली-एनसीआर की अर्थव्यवस्था को नई दिशा देगा। यहां निवेश बढ़ेगा, उद्योगों को बढ़ावा मिलेगा और युवाओं के लिए हजारों रोजगार अवसर पैदा होंगे।