आठ साल में ‘बीमारू’ से ‘Growth Engine’ तक का सफर
गाजियाबाद (शुक्रवार, 19 सितंबर 2025)। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को गाजियाबाद में आयोजित एक कार्यक्रम में कहा कि उत्तर प्रदेश ने बीते आठ वर्षों में असंभव को संभव कर दिखाया है। उन्होंने दावा किया कि पिछली सरकारों की गलत नीतियों ने इस राज्य को बीमारू की श्रेणी में धकेल दिया था, लेकिन आज यही प्रदेश भारत की Growth Engine बनकर देश की अर्थव्यवस्था को गति दे रहा है।
नेहरू नगर स्थित पंडित दीनदयाल उपाध्याय सभागार में आयोजित इस कार्यक्रम में सीएम योगी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर लिखी पुस्तक “भारतवर्ष की स्वर्ण आभा – नरेंद्र मोदी” का विमोचन किया। इस मौके पर उन्होंने विजन उत्तर प्रदेश 2047 के तहत विकास की दिशा में जनता की भागीदारी का भी आह्वान किया।
यूपी की अर्थव्यवस्था ने पकड़ी रफ्तार
मुख्यमंत्री ने बताया कि वर्ष 2017 से पहले उत्तर प्रदेश को निवेशक हिचकिचाकर देखते थे, लेकिन अब परिदृश्य पूरी तरह बदल चुका है।
उन्होंने कहा—
- “प्रदेश की अर्थव्यवस्था 12 लाख करोड़ से बढ़कर 36 लाख करोड़ तक पहुंच गई है।”
- “प्रति व्यक्ति आय लगभग तीन गुना बढ़ चुकी है।”
- “इंफ्रास्ट्रक्चर, हाईवे और एक्सप्रेसवे में यूपी आज देश में अग्रणी है।”
योगी ने आगे कहा कि आने वाले समय में यूपी न केवल देश की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बना रहेगा, बल्कि पहले स्थान पर पहुंचने की भी क्षमता रखता है।
गाजियाबाद और नोएडा की छवि बदली
सीएम योगी ने अपने पुराने संसदीय अनुभवों को साझा करते हुए कहा कि कभी गाजियाबाद अपराध और गैंगस्टर संस्कृति के लिए कुख्यात था, जबकि नोएडा को लूट और बेईमानी का अड्डा माना जाता था। उन्होंने व्यंग्य करते हुए याद दिलाया कि पहले कहा जाता था—
“जो मुख्यमंत्री नोएडा जाता है, वह दोबारा सत्ता में नहीं लौटता।”
योगी ने बताया कि उन्होंने इस भ्रांति को तोड़ा और कई बार नोएडा जाकर विकास कार्यों की शुरुआत की। इसी तरह बिजनौर और आगरा जैसे जिलों के बारे में फैली अंधविश्वासी धारणाओं को भी उन्होंने चुनौती दी।
जनता से मांगे सुझाव
सीएम ने कहा कि “भारत तभी विकसित होगा जब उत्तर प्रदेश विकसित होगा, और यूपी तभी आगे बढ़ेगा जब हर जिला प्रगति करेगा।” इसके लिए राज्य सरकार ने 300 विशेषज्ञों को जिलों में भेजा है, जो 12 प्रमुख क्षेत्रों—कृषि, शिक्षा, स्वास्थ्य, उद्योग, व्यापार, सामाजिक सुरक्षा, और इंफ्रास्ट्रक्चर आदि—पर सुझाव एकत्र कर रहे हैं।
योगी ने लोगों से ‘समर्थ उत्तर प्रदेश’ पोर्टल पर QR कोड स्कैन कर अपने सुझाव भेजने की अपील की। साथ ही घोषणा की कि श्रेष्ठ सुझाव देने वालों को जिला और राज्य स्तर पर सम्मानित किया जाएगा।
टेक्नोलॉजी से बढ़ेंगे मौके, घटेंगी नहीं नौकरियां
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) पर बोलते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि तकनीक नौकरियां खत्म नहीं करती, बल्कि नए अवसर पैदा करती है। उन्होंने याद दिलाया कि कंप्यूटर आने पर भी यही आशंका जताई गई थी, लेकिन आज उसी ने रोजगार बढ़ाए हैं।
योगी ने किसानों से आग्रह किया कि वे नई टेक्नोलॉजी का उपयोग सिंचाई, जल प्रबंधन और नदियों के पुनरोद्धार में करें। उन्होंने भविष्य की तस्वीर खींचते हुए कहा कि जल्द ही मोबाइल फोन न सिर्फ संचार का साधन होंगे, बल्कि डॉक्टर की तरह बीमारी की पहचान और इलाज का मार्ग भी सुझाएंगे।
प्रधानमंत्री से प्रेरणा लेने का आह्वान
कार्यक्रम के अंत में मुख्यमंत्री ने पूर्व सांसद प्रो. रमेश चंद तोमर को पुस्तक लेखन के लिए बधाई दी। उन्होंने कहा कि युवाओं को यह किताब पढ़नी चाहिए ताकि वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संघर्ष और साधना से प्रेरणा ले सकें।
सीएम योगी ने अपने संबोधन का समापन जिलेवासियों को शारदीय नवरात्र की शुभकामनाएं देते हुए किया।