लखनऊ (20 Sep 2025): त्योहारों से पहले उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कानून-व्यवस्था पर बड़ा संदेश दिया है। लखनऊ स्थित अपने सरकारी आवास पर आयोजित उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक में सीएम ने अधिकारियों को साफ शब्दों में निर्देश दिया— “उपद्रवियों और शोहदों के खिलाफ पुलिस को पूरी छूट है। ऐसे तत्वों से उसी भाषा में निपटा जाए।”
गोरखपुर में छात्र की हत्या, गाजीपुर में पुलिस पिटाई से हुई मौत, बरेली में अभिनेत्री दिशा पाटनी के घर पर फायरिंग और मेरठ के सलावा गांव में सांप्रदायिक तनाव जैसी हालिया घटनाओं पर सीएम ने कड़ी नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि अब कोई भी अराजक तत्व माहौल बिगाड़ने की कोशिश करेगा तो सीधे जेल जाएगा।
पुलिस को मिली खुली छूट
बैठक में मुख्यमंत्री ने डीएम, एसपी और एसएसपी को स्पष्ट चेतावनी देते हुए कहा कि उपद्रवियों को पाबंद किया जाए और माहौल बिगाड़ने वालों पर कठोर कार्रवाई हो। इंटरनेट मीडिया पर भी कड़ी नजर रखने और अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ तुरंत एफआईआर दर्ज करने का आदेश दिया गया।
सूत्रों के अनुसार, योगी आदित्यनाथ ने कुशीनगर में पशु तस्करों से पुलिस की मिलीभगत पर भी असंतोष जताया। वाराणसी में लगातार सतर्कता की हिदायतों के बावजूद शिकायतें आने पर उन्होंने अधिकारियों से कहा कि “सतर्कता केवल कागज पर नहीं, जमीनी हकीकत में दिखनी चाहिए।”
त्योहारों पर चौकसी, एंटी-रोमियो स्क्वाड की तैनाती
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए की गई समीक्षा बैठक में सीएम ने त्योहारों के दौरान महिला सुरक्षा पर विशेष जोर दिया। उन्होंने कहा कि Mission Shakti 5.0 का आगाज 22 सितंबर से होगा, और शारदीय नवरात्र के पहले दिन से ही एंटी-रोमियो स्क्वाड सार्वजनिक स्थलों और स्कूल-कॉलेजों के बाहर तैनात रहेंगे।
21 सितंबर की शाम हर जिले में महिला पुलिसकर्मियों की बाइक रैली निकाली जाएगी ताकि संदेश साफ जाए— नारी सम्मान से समझौता नहीं।
प्रशासन को दिए सख्त निर्देश
मुख्यमंत्री ने त्योहारों के मद्देनजर अफसरों को कई ठोस निर्देश दिए:
- पूजा पंडालों और मंदिरों में सादे लिबास में पुलिसकर्मी तैनात रहें।
- निर्बाध बिजली आपूर्ति, साफ-सफाई और पेयजल की समुचित व्यवस्था हो।
- अस्पतालों में दवाओं, स्नेक वेनम और रैबीज इंजेक्शन की पर्याप्त उपलब्धता रहे।
- बाढ़ प्रभावित जिलों में राहत किट और सूखा राशन हर जरूरतमंद तक पहुँचे।
- पीड़ित परिवारों को जनहानि पर 24 घंटे के भीतर मुआवजा दिया जाए।
- हर शहर में ट्रैफिक प्लान स्थानीय जरूरत के हिसाब से तैयार हो।
उन्होंने यह भी कहा कि मिशन शक्ति के तहत अच्छा काम करने वाली महिलाओं को सम्मानित किया जाए और महिला बीट अधिकारी गांव-गांव जाकर सुरक्षा संबंधी जागरूकता फैलाएँ।
संवेदनशील समय, टीमवर्क ही हथियार
योगी ने कहा कि बीते वर्षों में पर्व-त्योहार शांति से संपन्न हुए हैं क्योंकि जनता और प्रशासन ने मिलकर बेहतर सहयोग दिखाया है। आने वाले नवरात्र, विजयादशमी, दीपोत्सव, देव दीपावली और छठ महापर्व जैसे आयोजनों में भी यही टीमवर्क जरूरी है।
मुख्यमंत्री ने साफ चेताया: “यह समय संवेदनशील है। शांति, सुरक्षा और सुशासन के लिए हम सबको मिलकर काम करना होगा। कोई भी शरारती तत्व समाज की सौहार्दपूर्ण तस्वीर बिगाड़े, यह स्वीकार्य नहीं है।”
निष्कर्ष
त्योहारों से पहले CM Yogi का यह संदेश जनता और उपद्रवियों दोनों के लिए साफ है। एक ओर सरकार सुरक्षा इंतजाम कड़े कर रही है, तो दूसरी ओर महिलाओं की सुरक्षा और सम्मान को मिशन शक्ति जैसे अभियानों से जोड़ा जा रहा है। योगी सरकार का यह रुख बताता है कि कानून-व्यवस्था से समझौता किसी भी कीमत पर नहीं होगा।