नई दिल्ली, 28 सितंबर 2025 – करूर, तमिलनाडु में एक्टर विजय की रैली में हुई भगदड़ (Tamil Nadu stampede) ने न केवल राज्य बल्कि पूरे देश को हिला कर रख दिया है। इस दर्दनाक हादसे में अब तक 39 लोगों की मौत हो चुकी है और 50 से अधिक लोग गंभीर रूप से घायल हैं। मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन ने मृतकों के परिवारों के लिए 10 लाख रुपये का मुआवजा और घायलों के लिए 1 लाख रुपये देने की घोषणा की है।
भगदड़ में कितने लोग मरे और घायल हुए?
करूर में हुए इस त्रासदी में 17 महिलाएं समेत कुल 39 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं। वहीं, 50 से अधिक लोग घायल हैं और कुछ की हालत गंभीर बताई जा रही है। अधिकारियों का कहना है कि भीड़ के असामान्य बढ़ने के कारण संख्या और बढ़ सकती है।
भगदड़ (Tamil Nadu stampede) की वजह
करूर का मैदान, जहाँ रैली आयोजित की गई थी, सामान्यत: 10,000 लोगों के लिए डिजाइन किया गया था। लेकिन इस रैली में लगभग 30,000 लोग इकट्ठा हो गए। डीजीपी इनचार्ज जी. वेंकटरमन के अनुसार, “TVK की रैलियों में सामान्यत: भीड़ कम होती है, लेकिन इस बार अचानक इतनी भारी भीड़ की किसी ने कल्पना नहीं की थी। आयोजकों का अनुमान था कि करीब 10,000 लोग ही आएंगे, लेकिन मौके पर लगभग 27,000 लोग पहुंचे। इससे स्थिति पूरी तरह अनियंत्रित हो गई।”
भीड़ कैसे बढ़ी और भगदड़ कब हुई?
रैली दोपहर 3 बजे से शाम 10 बजे तक निर्धारित थी, लेकिन लोग सुबह 11 बजे से ही मैदान में जुटने लगे। एक्टर विजय शाम 7:40 बजे पहुंचे। घंटों भूखे-प्यासे लोग उनके इंतजार में बैठे थे। विजय के आते ही भारी भीड़ बेकाबू हो गई और भगदड़ की स्थिति उत्पन्न हो गई।
हादसे से पहले विजय को भीड़ की असामान्य वृद्धि देखकर असहज महसूस हुआ और उन्होंने अपना भाषण बीच में रोक दिया। लोगों को शांत करने और मदद करने के लिए विजय ने भीड़ में पानी की बोतलें फेंकी, लेकिन कुछ ही देर में हालात नियंत्रण से बाहर हो गए।
गृह मंत्रालय ने मांगी रिपोर्ट, जांच के आदेश
तमिलनाडु पुलिस ने भगदड़ की न्यायिक जांच के लिए कमिशन का गठन किया है। वहीं, गृह मंत्रालय ने राज्य सरकार से विस्तृत रिपोर्ट मांगी है। इस मामले में रैली आयोजकों और एक्टर विजय से भी पूछताछ की संभावना जताई जा रही है।
मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन का बयान
मुख्यमंत्री स्टालिन ने घटनास्थल का दौरा कर दुख व्यक्त किया। उन्होंने सोशल मीडिया पर पोस्ट शेयर करते हुए कहा कि मृतकों के परिवारों को न्याय सुनिश्चित करना प्राथमिकता है। इसके लिए उन्होंने एक एक सदस्यीय पैनल का गठन किया है, जिसकी अध्यक्षता रिटायर्ड हाईकोर्ट की जस्टिस अरुणा जगदीशन करेंगी।
मुआवजा और राहत
स्टालिन ने मुख्यमंत्री राहत कोष से मृतकों के परिवारों के लिए 10-10 लाख रुपये और घायलों के लिए 1 लाख रुपये का मुआवजा देने की घोषणा की। राज्य सरकार ने सभी पीड़ितों को उचित चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने के लिए निर्देश भी जारी किए हैं।
विश्लेषण
यह हादसा तमिलनाडु के राजनीतिक और सामाजिक परिदृश्य में गहरा असर डाल सकता है। भीड़ प्रबंधन की कमी और आयोजन में सुरक्षा के उपायों की कमी ने इस Tamil Nadu stampede को और भी भयानक बना दिया। विशेषज्ञों का मानना है कि भविष्य में बड़े आयोजनों में उचित सुरक्षा और भीड़ नियंत्रण की रणनीति अत्यंत आवश्यक है।