नई दिल्ली (Tue, 30 Sep 2025) – मानसून के चार महीने पूरे होने के साथ ही भारत मौसम विभाग (IMD) ने अगले महीने के लिए Monsoon Rainfall का अनुमान जारी किया है। मौसम विशेषज्ञों के अनुसार अक्तूबर में सामान्य से 15 प्रतिशत अधिक वर्षा होने की संभावना है। IMD के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने बताया कि पूर्वोत्तर और उत्तर-पश्चिम भारत में अधिकतम तापमान सामान्य से अधिक रहने की उम्मीद है।
मानसून 2025: आंकड़े और विश्लेषण
चार महीने के मानसून मौसम के दौरान देश में कुल 937.2 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई, जबकि लंबी अवधि का औसत 868.6 मिलीमीटर है। इसका मतलब यह है कि इस साल बारिश सामान्य से 8 प्रतिशत अधिक रही। महापात्र ने कहा कि मानसून सफल रहा, लेकिन कुछ हिस्सों में बादल फटने और भूस्खलन जैसी आपदाएं भी आईं।
क्षेत्रवार वर्षा का हाल
- पूर्वी और पूर्वोत्तर भारत: 1089.9 मिलीमीटर बारिश, सामान्य 1367.3 मिलीमीटर से 20% कम। बिहार, अरुणाचल प्रदेश, असम और मेघालय में अधिकांश महीनों में कम बारिश रही।
- उत्तर-पश्चिम भारत: 747.9 मिलीमीटर, सामान्य 587.6 मिलीमीटर से 27.3% अधिक, 2001 के बाद सबसे अधिक और 1901 के बाद छठी सबसे अधिक रिकॉर्ड।
- मध्य भारत: 1125.3 मिलीमीटर, सामान्य 978 मिलीमीटर से 15.1% अधिक।
- दक्षिणी प्रायद्वीप: 716.2 मिलीमीटर, सामान्य 651.6 मिलीमीटर से 9.9% अधिक।
महापात्र ने कहा कि अक्टूबर से दिसंबर तक देश के अधिकांश हिस्सों में सामान्य से अधिक बारिश रहने की उम्मीद है, जबकि उत्तर-पश्चिम भारत के कुछ हिस्सों और पूर्वोत्तर भारत के कुछ क्षेत्र में वर्षा सामान्य से कम रह सकती है।
अक्तूबर से दिसंबर तक का पूर्वानुमान
IMD के अनुसार दक्षिण भारत के पांच मौसमीय उपविभाग – तमिलनाडु, तटीय आंध्र प्रदेश, रायलसीमा, केरल और दक्षिण आंतरिक कर्नाटक – में उत्तर-पूर्व मानसून की वर्षा सामान्य से अधिक (112% से अधिक) रहने की संभावना है। देशभर में अक्तूबर में सामान्य वर्षा का औसत 75.4 मिलीमीटर है, जबकि इस बार 115% से अधिक वर्षा होने की उम्मीद है।
महापात्र ने इसके कारण के रूप में बंगाल की खाड़ी और अरब सागर में निम्न दबाव प्रणालियों का विकास, मौसमी उतार-चढ़ाव और अन्य बड़े वायुमंडलीय कारक बताए।