दीपावली से पहले राजकीय विद्यालयों में नवनियुक्त शिक्षकों को मिलेगा पहला वेतन
लखनऊ (Wed, 01 Oct 2025) – उत्तर प्रदेश के राजकीय माध्यमिक विद्यालयों में कार्यरत नवनियुक्त सहायक अध्यापक और प्रवक्ताओं के लिए बड़ी राहत की खबर है। लंबे इंतजार के बाद उन्हें दीपावली से पहले पहला वेतन मिलने का रास्ता साफ हो गया है। Teachers Salary Update के मुताबिक, माध्यमिक शिक्षा निदेशालय ने जिला विद्यालय निरीक्षकों को आदेश दिया है कि सत्यापन की औपचारिकताएं पूरी कर वेतन भुगतान तुरंत सुनिश्चित किया जाए।
नियुक्ति के बाद अटकी वेतन प्रक्रिया
प्रदेश में 543 सहायक अध्यापक और प्रवक्ताओं का चयन उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (UPPSC) के माध्यम से हुआ था। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उन्हें 8 मई 2025 को नियुक्ति पत्र सौंपे थे। नियुक्ति पत्र मिलने के बाद शिक्षकों ने कार्यभार तो ग्रहण कर लिया था, लेकिन मूल अभिलेखों के सत्यापन में देरी के चलते उनका पहला वेतन अटका हुआ था।
चार महीने से वेतन के इंतजार में थे शिक्षक
करीब चार महीने तक इंतजार करने के बाद जब शिक्षकों ने अपनी समस्या सार्वजनिक की, तब शासन स्तर पर कार्रवाई शुरू हुई। खबर सामने आने के बाद माध्यमिक शिक्षा निदेशक ने आदेश जारी करते हुए सभी जिलों के विद्यालय निरीक्षकों से कहा कि लंबित सत्यापन कार्य को प्राथमिकता से पूरा किया जाए और वेतन भुगतान की सूचना तुरंत निदेशालय प्रयागराज को भेजी जाए।
दिवाली से पहले बड़ी राहत
शिक्षकों का मानना है कि यह फैसला उनके लिए किसी दिवाली गिफ्ट से कम नहीं है। पहली बार नियुक्त हुए इन शिक्षकों के लिए समय पर वेतन न मिल पाना एक बड़ी चिंता थी। अब आदेश जारी होने के बाद उनके खातों में जल्द ही वेतन पहुंचने की संभावना है।
योगी सरकार की पहल पर बढ़ा भरोसा
सरकार का यह कदम न केवल शिक्षकों के आर्थिक बोझ को हल्का करेगा बल्कि शिक्षा व्यवस्था में पारदर्शिता और भरोसे को भी मजबूत करेगा। विशेषज्ञ मानते हैं कि योगी सरकार का यह निर्णय नए शिक्षकों के मनोबल को ऊंचा करेगा और उन्हें बेहतर कार्य करने की प्रेरणा देगा।