विद्यालयों में स्वतंत्रता संग्राम साहित्य और गांधी की आत्मकथा को पढ़ाने पर जोर
लखनऊ (Thu, 02 Oct 2025)। महात्मा गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की जयंती पर उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने गुरुवार को राजभवन में दोनों महान नेताओं को श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने उनके चित्र पर माल्यार्पण कर कहा कि बापू और शास्त्री जी का जीवन आज भी हम सभी के लिए प्रेरणा का स्रोत है।
राज्यपाल ने स्पष्ट निर्देश दिया कि प्रदेश के सभी विद्यालयों में Freedom Fighters की जीवनियों और स्वतंत्रता संग्राम साहित्य को पुस्तकालयों में अनिवार्य रूप से उपलब्ध कराया जाए। साथ ही, महात्मा गांधी की आत्मकथा को बच्चों को पढ़ने के लिए प्रोत्साहित किया जाए, ताकि उनमें देशप्रेम और समाज सेवा की भावना स्वाभाविक रूप से विकसित हो।
बच्चों में जागे देशभक्ति की चिंगारी
राज्यपाल आनंदीबेन ने कहा कि आज के बच्चों को यह जानना ज़रूरी है कि देश की आज़ादी किन संघर्षों और बलिदानों के बाद मिली है। स्वतंत्रता सेनानियों की गाथाएं उन्हें जिम्मेदार नागरिक बनने के लिए प्रेरित करेंगी। उन्होंने ज़ोर दिया कि आने वाली पीढ़ी अगर अपने Freedom Fighters के त्याग से जुड़ जाएगी, तो उनमें देशप्रेम और समाज सेवा का भाव मजबूत होगा।
स्वच्छता ही सेवा पखवाड़े के विजेताओं को सम्मान
कार्यक्रम में राज्यपाल ने बताया कि 17 सितंबर से 2 अक्टूबर तक राजभवन की ओर से “स्वच्छता ही सेवा पखवाड़ा” मनाया गया। इस दौरान निबंध, वाद-विवाद, क्विज़, पेंटिंग, मेहंदी और स्लोगन प्रतियोगिताओं का आयोजन हुआ। गुरुवार को उन्होंने विजयी प्रतिभागियों को सम्मानित किया।
विशेष तौर पर उन सफाई कर्मियों को भी सम्मान दिया गया, जिन्होंने नशा छोड़कर अपने जीवन को नई दिशा दी। राज्यपाल ने कहा कि ऐसे लोग समाज के लिए रोल मॉडल हैं और उन्हें प्रेरणा का स्रोत मानना चाहिए।
प्रदर्शनी और बच्चों का भावपूर्ण गायन
इस अवसर पर संस्कृति विभाग ने महात्मा गांधी और लाल बहादुर शास्त्री के प्रेरक प्रसंगों पर आधारित प्रदर्शनी लगाई। राज्यपाल ने स्वयं इस प्रदर्शनी का अवलोकन किया।
राजभवन परिसर के बच्चों ने गांधी जी के प्रिय भजनों का सामूहिक गायन किया, जिससे वातावरण भावपूर्ण हो उठा। राज्यपाल ने बच्चों का उत्साह बढ़ाते हुए उन्हें चॉकलेट भेंट की। अंत में सभी उपस्थित लोगों ने स्वच्छता की शपथ ली।
Freedom Fighters से जुड़ी विरासत को आगे बढ़ाना ज़रूरी
कार्यक्रम में विशेष कार्याधिकारी सुधीर महादेव बोबडे, अशोक देसाई, शिक्षा विशेषज्ञ डॉ. पंकज एल. जानी और विशेष सचिव श्रीप्रकाश गुप्ता सहित कई अधिकारी मौजूद रहे।
राज्यपाल आनंदीबेन पटेल का संदेश साफ़ था—Freedom Fighters की कहानियां सिर्फ इतिहास नहीं हैं, बल्कि वे बच्चों में देशप्रेम और जिम्मेदारी की भावना जगाने का सबसे सशक्त माध्यम हैं।