निवेशकों का उमड़ा उत्साह, 1168 करोड़ की संभावित आय से प्रदेश में विकास को मिलेगी नई रफ्तार
लखनऊ (Sat, 04 Oct 2025): विजयादशमी के शुभ अवसर पर उत्तर प्रदेश आवास एवं विकास परिषद ने इतिहास रच दिया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में आयोजित इस Real Estate Auction ने रियल एस्टेट क्षेत्र में नई ऊंचाइयां छू लीं। 30 सितंबर को सम्पन्न हुई इस मेगा ई-नीलामी से परिषद को करीब 1168.43 करोड़ रुपये की आय की संभावना जताई गई है — जो अब तक की सबसे बड़ी उपलब्धियों में से एक मानी जा रही है।
नीलामी में निवेशकों का उत्साह देखने लायक था। सरकार की तकनीकी पारदर्शिता और प्रभावी प्रचार-प्रसार ने इस अभियान को नई गति दी। निवेशकों ने खुलकर प्रतिस्पर्धात्मक बोलियां लगाईं, जिससे न केवल परिषद की विश्वसनीयता मजबूत हुई, बल्कि प्रदेश में निवेश-अनुकूल माहौल की एक सशक्त तस्वीर भी सामने आई।
सात जिलों की 992 संपत्तियों पर लगी बोलियां
इस मेगा ई-नीलामी में लखनऊ, कानपुर, आगरा, अलीगढ़, मुरादाबाद, गाजियाबाद और कासगंज जैसे प्रमुख जिलों की कुल 992 संपत्तियां (391 आवासीय और 601 अनावासीय) शामिल थीं। इनमें व्यावसायिक भूखंड, ग्रुप हाउसिंग प्लॉट्स, संस्थागत भूखंड, आईटी सिटी प्लॉट्स और आवासीय संपत्तियां प्रमुख रहीं। पूरी प्रक्रिया को ऑनलाइन और पारदर्शी तरीके से संपन्न किया गया, जिसमें पंजीकरण 18 सितंबर से डिजिटल ऑक्शन पोर्टल के जरिए शुरू हुआ था।
Real Estate Auction ने बढ़ाया निवेशकों का भरोसा
परिषद का यह प्रयास निवेशकों के बीच गहरी विश्वसनीयता का परिचायक बन गया है। नीलामी से मिली संभावित आय का उपयोग नई आवासीय योजनाओं, आधारभूत संरचना और किफायती आवास उपलब्ध कराने में किया जाएगा। विशेषज्ञों का मानना है कि इस पहल से प्रदेश के रियल एस्टेट सेक्टर में स्थायी वृद्धि की नींव और मजबूत होगी।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की पारदर्शी नीतियों और निवेश-अनुकूल फैसलों का असर अब जमीनी स्तर पर दिखने लगा है। योगी सरकार ने अपने कार्यकाल में न केवल प्रशासनिक ईमानदारी को सुदृढ़ किया है, बल्कि रियल एस्टेट और इंफ्रास्ट्रक्चर के क्षेत्र में नए आयाम भी स्थापित किए हैं।
प्रदेश में बढ़ रहा निवेशकों का विश्वास
नीलामी के नतीजों ने यह स्पष्ट कर दिया है कि उत्तर प्रदेश अब निवेशकों के लिए भरोसेमंद गंतव्य बन चुका है। सरकारी आवासीय व अनावासीय योजनाएं अब सुरक्षित और लाभदायक निवेश विकल्प मानी जा रही हैं। विजयदशमी के दिन प्राप्त यह ऐतिहासिक उपलब्धि न केवल आवास परिषद के लिए, बल्कि पूरे उत्तर प्रदेश के लिए गौरवपूर्ण क्षण है, जो राज्य की आर्थिक सुदृढ़ता और विकास को नई दिशा देने का काम करेगी।