लखनऊ, 14 अक्टूबर 2025: उत्तर प्रदेश के डेढ़ लाख Shikshamitra अब लंबे समय से प्रतीक्षित खुशखबरी के करीब हैं। श्रम एवं सेवायोजन मंत्री अनिल राजभर ने मंगलवार को स्पष्ट किया कि सरकार शिक्षामित्रों के हित में सकारात्मक फैसला लेने की दिशा में तेजी से काम कर रही है।
मंत्री राजभर यह बात विधानभवन के तिलक हाल में आयोजित “आदर्श शिक्षामित्र वेलफेयर एसोसिएशन उत्तर प्रदेश” की कार्यशाला में कही। इस अवसर पर उन्होंने शिक्षामित्रों के संघर्ष और समर्पण की सराहना करते हुए कहा, “आपकी मेहनत और निष्ठा का परिणाम जल्द ही सामने आएगा। सरकार आपकी समस्याओं और भविष्य को लेकर पूरी तरह संवेदनशील है।”
उत्तर प्रदेश सरकार शिक्षामित्रों के भविष्य के प्रति गंभीर, जल्द होने की संभावना बड़ी घोषणा
कार्यशाला में मंत्री ने शिक्षामित्रों से अपील की कि वे स्कूलों में अपने कर्तव्यों का पालन पूरी लगन और ईमानदारी के साथ करते रहें। उन्होंने भरोसा दिलाया कि नियमितीकरण और मानदेय वृद्धि जैसी मांगों पर सरकार सकारात्मक कदम उठा रही है। एसोसिएशन के कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष अमरेंद्र दुबे ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 5 सितंबर को शिक्षामित्रों के मानदेय वृद्धि और अन्य सुविधाओं की ओर इशारा किया था। अब पूरा प्रदेश यह जानने के लिए उत्सुक है कि यह घोषणा कब अमल में आएगी।
कार्यक्रम की अध्यक्षता राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के अध्यक्ष हरीकिशोर तिवारी ने की, जबकि संचालन की जिम्मेदारी शारदा कुमार शुक्ला ने निभाई। कार्यशाला में प्रदेशभर से शिक्षामित्र पदाधिकारी, जिलाध्यक्ष और महिला प्रतिनिधि भी उपस्थित रहे।
विशेषज्ञ मानते हैं कि यह कदम न केवल शिक्षामित्रों की आर्थिक सुरक्षा सुनिश्चित करेगा, बल्कि शिक्षा क्षेत्र में उनकी भूमिका को और मजबूत बनाएगा। शिक्षा विभाग के अंदर इस समय उम्मीद की हवा है कि जल्द ही एक बड़ा फैसला सामने आएगा।