लखनऊ (Sun, 28 Sep 2025)। उत्तर प्रदेश एक ऐतिहासिक अवसर का साक्षी बनने जा रहा है। पूरे 61 साल बाद National Jamboree की मेजबानी यूपी कर रहा है। राजधानी लखनऊ के डिफेंस एक्सपो ग्राउंड में 23 से 29 नवंबर तक चलने वाले इस महाआयोजन के लिए 29 सितंबर को भूमि पूजन होगा। इसी के साथ 19वीं राष्ट्रीय जम्बूरी का लोगो और शुभंकर भी लॉन्च किया जाएगा।
35 हजार प्रतिभागियों के लिए बनेगी टेंट सिटी
डिफेंस एक्सपो ग्राउंड में करीब 35 हजार स्काउट्स और गाइड्स के लिए अस्थायी लेकिन विश्वस्तरीय “टेंट सिटी” बसाई जाएगी। यहाँ 3500 से अधिक टेंट, 64 सामूहिक रसोई, 1600 शौचालय-स्नानागार और 100 दुकानों वाला जम्बूरी मार्केट तैयार होगा। प्रतिभागियों की सुरक्षा और स्वास्थ्य का पूरा ध्यान रखते हुए 100-बिस्तरों वाला अस्पताल और 15 डिस्पेंसरी भी स्थापित की जाएंगी।
पूरे परिसर को प्लास्टिक-फ्री और ग्रीन एनर्जी आधारित बनाया जाएगा। 24×7 कंट्रोल रूम, हेल्पलाइन, वाई-फाई ज़ोन और विशाल प्रदर्शनी हॉल इसकी खासियत होंगे।
साहसिक और सांस्कृतिक गतिविधियों से युवा होंगे प्रेरित
इस National Jamboree में हाई रोप्स, जिपलाइन और ट्रैकिंग जैसी साहसिक गतिविधियों के साथ स्काउटिंग की पारंपरिक विधाएं—फर्स्ट एड, गांठें बांधना, जीवन रक्षा तकनीक—युवाओं को सिखाई जाएंगी।
सांस्कृतिक मंच पर लोक नृत्य, नाटक, ग्लोबल विलेज और संगीत कार्यक्रम रंग बिखेरेंगे। वहीं विज्ञान प्रदर्शनी और रोबोटिक्स गतिविधियां युवाओं को टेक्नोलॉजी की नई दुनिया से रूबरू कराएंगी।
पीएम और राष्ट्रपति करेंगे शिरकत
24 नवंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस ऐतिहासिक जम्बूरी का भव्य उद्घाटन करेंगे। समापन 28 नवंबर को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के कर-कमलों से होगा। इस बीच पूरा सप्ताह युवाओं के लिए नेतृत्व, अनुशासन, टीमवर्क और सामाजिक जिम्मेदारी का पाठ पढ़ाएगा।
यूपी के लिए गौरव का क्षण
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि यह आयोजन न केवल राज्य की प्रतिष्ठा को बढ़ाएगा बल्कि यह साबित करेगा कि उत्तर प्रदेश अब बड़े राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय आयोजनों की मेजबानी करने में पूरी तरह सक्षम है।
इतिहास से जुड़ा आयोजन
भारत में पहली बार जम्बूरी 1953 में हैदराबाद में हुई थी, जबकि उत्तर प्रदेश ने आखिरी बार 1964 में प्रयागराज में इसकी मेजबानी की थी। अब लगभग छह दशक बाद National Jamboree की वापसी यूपी में हो रही है।
प्रधानमंत्री का भी पुराना रिश्ता
प्रधानमंत्री मोदी का भी स्काउटिंग से गहरा नाता रहा है। 2009 में जब स्काउटिंग ने 100 वर्ष पूरे किए थे, तब उन्होंने अहमदाबाद में आयोजित जम्बूरी में बतौर मुख्यमंत्री हिस्सा लिया था। इस बार, बतौर प्रधानमंत्री, वे 35 हजार से ज्यादा स्काउट्स-गाइड्स को लखनऊ में संबोधित करेंगे।