लखनऊ, 11 सितंबर 2025 — Cashless Scheme for Teachers: उत्तर प्रदेश के शिक्षकों के लिए बड़ी खुशखबरी है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की घोषणा के बाद बेसिक और माध्यमिक शिक्षा विभाग ने कैशलेस चिकित्सा सुविधा का प्रस्ताव तैयार कर लिया है। अब 11 लाख से अधिक शिक्षक और उनके परिजन दीपावली से पहले इस योजना का लाभ उठा सकेंगे।
शिक्षक दिवस पर हुई थी घोषणा
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शिक्षक दिवस पर यह वादा किया था कि बेसिक, माध्यमिक और उच्च शिक्षा विभाग के शिक्षकों को कैशलेस इलाज की सुविधा दी जाएगी। इसके साथ ही शिक्षामित्रों, अनुदेशकों और रसोइयों को भी इस योजना में शामिल किया गया है। इसका सीधा फायदा लाखों परिवारों को मिलेगा।
प्रस्ताव तैयार, अब शासन को भेजा जाएगा
बेसिक और माध्यमिक शिक्षा विभाग की संयुक्त बैठक में योजना का खाका तय कर लिया गया है। विभागीय अधिकारियों के मुताबिक, अगले एक-दो दिनों में यह प्रस्ताव शासन को भेजा जाएगा। वहां से इसे आवश्यक कार्यवाही के लिए स्वास्थ्य विभाग को अग्रसारित किया जाएगा।
सबसे बड़ी राहत यह है कि शिक्षकों को इसमें कोई अंशदान नहीं देना होगा, यानी योजना का पूरा खर्च सरकार वहन करेगी। वहीं उच्च शिक्षा विभाग अपने स्तर से अलग प्रस्ताव भेजेगा।
दीपावली से पहले लागू करने की तैयारी
सरकार का लक्ष्य है कि कैशलेस उपचार योजना को दीपावली से पहले लागू कर दिया जाए। इससे शिक्षकों को निजी और सरकारी अस्पतालों में बिना नकद भुगतान किए इलाज की सुविधा मिलेगी। विशेषज्ञ मानते हैं कि यह पहल प्रदेश के शिक्षा क्षेत्र के लिए एक बड़ी सौगात होगी।
क्यों खास है यह योजना?
- प्रदेश के 11 लाख से अधिक शिक्षक और उनके परिजन होंगे लाभान्वित।
- इसमें बेसिक व माध्यमिक शिक्षक, शिक्षामित्र, अनुदेशक और रसोइये भी शामिल।
- इलाज के दौरान कैशलेस मेडिकल सुविधा उपलब्ध होगी।
- दीपावली से पहले लागू करने का लक्ष्य।