लखनऊ, 24 सितंबर 2025। इस बार दिवाली से पहले उत्तर प्रदेश के लाखों छात्रों को बड़ी सौगात मिलने जा रही है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 26 सितंबर से ही प्रदेश में Scholarship Distribution की शुरुआत करने वाले हैं। यह पहली बार होगा जब छात्रवृत्ति वितरण सितंबर माह में ही शुरू किया जाएगा, जबकि अब तक यह सिलसिला फरवरी-मार्च से शुरू होता था।
चार लाख छात्रों को पहले चरण में मिलेगा लाभ
सरकार के मुताबिक पहले चरण में करीब 3,95,646 छात्र-छात्राओं को छात्रवृत्ति दी जाएगी। इनमें 2,60,646 विद्यार्थी पिछड़ा वर्ग से होंगे, जबकि बाकी लाभार्थी अनुसूचित जाति-जनजाति, अल्पसंख्यक और गरीब सवर्ण श्रेणी से होंगे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 26 सितंबर को इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में आयोजित समारोह में डेढ़ हजार छात्रों को छात्रवृत्ति देकर इस योजना का औपचारिक शुभारंभ करेंगे।
तीन विभागों की संयुक्त पहल
इस बार छात्रवृत्ति व्यवस्था में बड़ा बदलाव किया गया है। पिछड़ा वर्ग कल्याण, समाज कल्याण और अल्पसंख्यक कल्याण विभाग ने मिलकर एकीकृत व्यवस्था बनाई है, ताकि छात्रों को समय पर लाभ मिल सके। पहले चरण की समय-सारिणी पहले गांधी जयंती (2 अक्टूबर) तय थी, लेकिन संशोधन कर इसे नवरात्र और दिवाली से पहले लागू करने का निर्णय लिया गया।
शिक्षा में समय पर मदद का संकल्प
पिछड़ा वर्ग कल्याण राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) नरेंद्र कश्यप ने बताया कि सरकार चाहती है कि छात्र-छात्राओं को पढ़ाई के दौरान आर्थिक सहयोग समय रहते मिल सके। इसी कारण इस बार Scholarship Distribution की शुरुआत सत्र की शुरुआत में ही की जा रही है।
मंत्रीगण रहेंगे मौजूद
आयोजन में अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री ओम प्रकाश राजभर, समाज कल्याण राज्यमंत्री असीम अरुण, संजीव गोंड और अल्पसंख्यक राज्य मंत्री दानिश आज़ाद अंसारी मौजूद रहेंगे। सभी मंत्री इसे छात्रों के लिए “दीपावली गिफ्ट” करार दे रहे हैं।
दूसरे चरण में शामिल होंगे बाकी छात्र
सरकार ने स्पष्ट किया है कि पहले चरण में जो छात्र छूट जाएंगे, उन्हें 31 दिसंबर तक दूसरे चरण में शामिल कर लिया जाएगा। इस दौरान बाकी लाखों विद्यार्थियों को भी छात्रवृत्ति राशि भेज दी जाएगी।
इस बार 70 लाख छात्रों को मिलेगा लाभ
सरकारी आंकड़ों के मुताबिक पिछले शैक्षणिक सत्र में करीब 59 लाख छात्रों को छात्रवृत्ति दी गई थी, जबकि इस बार यह संख्या 70 लाख से ज्यादा पहुंचने की संभावना है। सरकार का दावा है कि छात्रवृत्ति का दायरा लगातार बढ़ाया जा रहा है ताकि प्रदेश का कोई भी पात्र छात्र शिक्षा से वंचित न रह जाए।