लखनऊ (Sat, 20 Sep 2025): उत्तर प्रदेश में महिला सशक्तिकरण को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का संदेश एक बार फिर साफ और तीखा गूंजा। शनिवार को राजधानी लखनऊ से उन्होंने Mission Shakti 5.0 का शुभारंभ किया और अधिकारियों से लेकर आम जनता तक को चेताया कि महिलाओं की सुरक्षा, सम्मान और आत्मनिर्भरता से जुड़े इस अभियान में कोई भी लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
योगी ने कहा, “सरकार की नीयत साफ हो तो योजना खुद अपना रास्ता तय करती है। मिशन शक्ति की सफलता इसका प्रमाण है। नारी सम्मान हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है और इसके लिए प्रशासन को संवेदनशील होना ही पड़ेगा।”
Mission Shakti 5.0: नारी सुरक्षा से आत्मनिर्भरता तक
मुख्यमंत्री ने मंच से यह स्पष्ट किया कि महिला बीट अधिकारी हर ग्रामसभा और हर बूथ तक इस अभियान को सफल बनाने की जिम्मेदारी निभाएंगी। नवरात्रि के दौरान मंदिरों में सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं, वहीं महिला सुरक्षा हेल्पलाइन नंबरों (1090, 181, 112, 1930, 1076, 102, 101, 108, 1098) को ज्यादा से ज्यादा महिलाओं तक पहुंचाने पर जोर दिया गया है।
योगी ने कहा कि Mission Shakti 5.0 एक महीने तक चलेगा और फिर इसे अगले तीन महीनों तक विस्तार दिया जाएगा। इसमें हर विभाग की जवाबदेही तय होगी और समन्वय अनिवार्य होगा।
12,271 आरोपितों को सजा – महिला अपराध पर बड़ा प्रहार
सीएम योगी ने अपराध के आँकड़े भी पेश किए। उन्होंने बताया कि 1 जनवरी 2024 से अब तक महिलाओं से जुड़े 9,513 मामलों में 12,271 आरोपितों को सजा दिलाई गई। इनमें 12 दोषियों को मृत्युदंड और 987 को आजीवन कारावास मिला है। यह उपलब्धि बताती है कि सरकार सिर्फ घोषणाओं तक सीमित नहीं है, बल्कि ठोस कार्रवाई भी कर रही है।
योजनाओं से बदल रही तस्वीर – कन्या सुमंगला से सामूहिक विवाह तक
मुख्यमंत्री ने महिला कल्याण योजनाओं का ब्यौरा देते हुए कहा कि कन्या सुमंगला योजना के जरिए जन्म से लेकर स्नातक तक बेटियों को ₹25,000 की सहायता दी जा रही है, जिससे अब तक 26 लाख से ज्यादा बेटियां सीधे लाभान्वित हो चुकी हैं। इसी तरह सामूहिक विवाह योजना में हर बेटी को ₹1 लाख की आर्थिक मदद दी जा रही है, और यह सुविधा बिना किसी भेदभाव के उपलब्ध है।
उन्होंने याद दिलाया कि पहले ऐसी मदद “चेहरा देखकर” दी जाती थी, लेकिन अब व्यवस्था पारदर्शी और सबके लिए समान है। यही कारण है कि इन योजनाओं ने उत्तर प्रदेश में महिला सशक्तीकरण की दिशा में नया इतिहास रचा है।
बेटी की पीड़ा से उपजा बड़ा फैसला
योगी आदित्यनाथ ने एक व्यक्तिगत अनुभव भी साझा किया। उन्होंने बताया कि 2017 के बाद बुंदेलखंड दौरे के दौरान जब वे स्कूल जा रही एक बच्ची से मिले तो उसने कहा था– “मेरे भाई को जूते मिले, लेकिन मुझे नहीं क्योंकि मैं बेटी हूँ।” यह सुनकर वे दंग रह गए और उसी क्षण निर्णय लिया कि हर बच्चे को दो यूनिफॉर्म, जूते, मोजे, बैग और किताबें सरकार देगी। आज इसके लिए अभिभावकों के खाते में प्रति बच्चे ₹1,200 भेजे जा रहे हैं।
नारी केंद्रित दृष्टिकोण ही विकास की राह
मुख्यमंत्री ने यह भी स्पष्ट किया कि राज्य सरकार हर कल्याणकारी योजना को नारी सम्मान से जोड़ रही है।
- स्वच्छ भारत मिशन से 12 करोड़ शौचालय बने,
- उज्ज्वला योजना से 10 करोड़ किचन चूल्हे के धुएं से मुक्त हुए,
- आयुष्मान भारत से 50 करोड़ लोगों को स्वास्थ्य सुरक्षा मिली,
- 80 करोड़ नागरिक मुफ्त राशन योजना से लाभान्वित हो रहे हैं।
योगी बोले, “महिला स्वस्थ होगी तो परिवार सशक्त होगा। यही वजह है कि हमारी योजनाओं का केंद्र नारी है। आज प्रदेश में 3 करोड़ ग्रामीण भू-अभिलेख में 1 करोड़ से अधिक महिलाओं के नाम दर्ज हुए और 60 लाख गरीब परिवारों को आवास मिला। यही असली नारी गरिमा है।”
निष्कर्ष
योगी आदित्यनाथ का संदेश केवल राजनीतिक बयान नहीं, बल्कि सामाजिक परिवर्तन का रोडमैप है। Mission Shakti 5.0 सिर्फ एक योजना नहीं, बल्कि उत्तर प्रदेश में नारी सम्मान और आत्मनिर्भरता की नई इबारत है। आंकड़े बताते हैं कि सरकार ने सिर्फ वादे नहीं किए, बल्कि नीतियों को जमीनी हकीकत में उतारा है।