लखनऊ (Tue, 30 Sep 2025) – मिशन शक्ति 5.0 के तहत महिला एवं बाल विकास विभाग ने अष्टमी के अवसर पर Kanya Sumangala Scheme के तहत प्रदेश में बड़े पैमाने पर कन्या पूजन का आयोजन किया। इस दौरान पांच लाख से अधिक बालिकाओं का पूजन किया गया और 1,500 से अधिक बालिकाओं को मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना से जोड़ा गया, जिसके तहत उन्हें शिक्षा हेतु 25,000 रुपये की आर्थिक मदद मिलेगी।
कन्या पूजन में समाज को संदेश
प्रदेश के विभिन्न जिलों में आयोजित कार्यक्रमों में अभिभावकों को यह संदेश दिया गया कि कन्या जन्म को बोझ के रूप में न देखें बल्कि आशीर्वाद मानें। आयोजन में सांस्कृतिक प्रस्तुतियों, लोकगीतों और संवाद सत्रों के माध्यम से बालिकाओं को शिक्षा, पोषण, स्वास्थ्य और आत्मनिर्भरता के लिए प्रेरित किया गया।
कार्यक्रम स्थल पर काउंटर लगाकर कन्या सुमंगला योजना के तहत फार्म भरे गए, जिससे अधिक से अधिक बालिकाओं को योजना का लाभ मिल सके।
योजना का उद्देश्य और लाभ
Kanya Sumangala Scheme के अंतर्गत बालिकाओं को जन्म से लेकर उच्च शिक्षा तक 25,000 रुपये की आर्थिक सहायता दी जाती है। अपर मुख्य सचिव महिला एवं बाल विकास, लीना जौहरी ने कहा, “कन्या पूजन केवल एक अनुष्ठान नहीं है, बल्कि समाज को यह संदेश देना है कि बेटियां हमारी शक्ति और भविष्य की धरोहर हैं। मिशन शक्ति हर कन्या को सुरक्षित और सशक्त बनाने का संकल्प है।”
इस पहल का उद्देश्य न केवल बेटियों को शिक्षा और पोषण प्रदान करना है, बल्कि समाज में कन्या सम्मान और समानता की भावना को बढ़ावा देना भी है।