90.83 किलोमीटर लंबा, 7,488 करोड़ की लागत से बनेगा एक्सप्रेसवे; व्यापार और धार्मिक पर्यटन को मिलेगी नई रफ्तार
लखनऊ (Fri, 26 Sep 2025)। उत्तर प्रदेश सरकार ने राज्य की सड़क कनेक्टिविटी को और मजबूत करने के लिए एक और मेगा प्रोजेक्ट को हरी झंडी दे दी है। Farrukhabad Link Expressway का निर्माण अब हकीकत बनने जा रहा है। 90.83 किलोमीटर लंबे इस एक्सप्रेसवे की लागत करीब 7,488.74 करोड़ रुपये आएगी।
कैबिनेट से मंजूरी मिलने के बाद यह परियोजना न सिर्फ इटावा, कन्नौज, मैनपुरी, फर्रुखाबाद और शाहजहांपुर जिलों को नई रफ्तार देगी, बल्कि व्यापार और धार्मिक पर्यटन को भी गति देगी।
आगरा-लखनऊ और गंगा एक्सप्रेसवे से होगा कनेक्ट
छह लेन का यह फील्ड-नियंत्रित एक्सप्रेसवे इटावा के कुदरैल गांव से शुरू होकर फर्रुखाबाद होते हुए हरदोई के सवाइजपुर तक जाएगा। इस दौरान यह आगरा-लखनऊ और गंगा एक्सप्रेसवे को आपस में जोड़ देगा। जरूरत पड़ने पर इसे आठ लेन तक बढ़ाया जा सकेगा।
निर्माण के बाद मेरठ और प्रयागराज से आने-जाने वाले यात्रियों के लिए आगरा और राजस्थान का सफर और सुगम हो जाएगा। साथ ही फर्रुखाबाद स्थित बाबा नीम करौरी धाम और बौद्ध तीर्थ स्थल संकिसा तक श्रद्धालुओं की पहुंच भी आसान होगी।
भूमि अधिग्रहण और लागत
यूपी एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यूपीडा) इस परियोजना को क्रियान्वित करेगा। इसके लिए जलालाबाद तहसील की तीन ग्राम पंचायतों में लगभग 125 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण किया जाएगा। सरकार ने इसके लिए 1,100 करोड़ रुपये स्वीकृत किए हैं।
पूरे प्रोजेक्ट की लागत में 6,258.90 करोड़ रुपये निर्माण कार्य पर, 1,100 करोड़ रुपये भूमि अधिग्रहण पर, 3.82 करोड़ रुपये बिजली पर और 1.81 करोड़ रुपये पर्यावरणीय संतुलन पर खर्च होंगे। एक्सप्रेसवे को 120 मीटर चौड़ा बनाया जाएगा और इसकी डिजाइन 100 मिलियन स्टैंडर्ड एक्सल (MSA) के अनुरूप होगी, ताकि यह भारी वाहनों का बोझ भी आसानी से उठा सके।
दो पैकेज में होगा निर्माण
- पहला पैकेज: इटावा के कुदरैल गांव से फर्रुखाबाद के नदौरा गांव तक 50 किलोमीटर
- दूसरा पैकेज: नदौरा से हरदोई के सवाइजपुर (गंगा एक्सप्रेसवे) तक 40.83 किलोमीटर
सुविधाएं और संरचना
इस लिंक एक्सप्रेसवे पर चार बड़े सेतु, 25 छोटे सेतु, दो रेलवे ओवरब्रिज, एक फ्लाईओवर और 65 अंडरपास बनाए जाएंगे। ग्रामीणों की सुविधा के लिए दोनों ओर 3.75 मीटर चौड़ी सर्विस लेन भी बनाई जाएगी।
यहां बनेंगे इंटरचेंज
- इटावा: कुदरैल (आगरा-लखनऊ व बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे जंक्शन)
- मैनपुरी: सराय मांडू (अलीगंज-कानपुर जीटी रोड)
- फर्रुखाबाद: कान्हेपुर (बद्दूपुर-मोहब्बतपुर बेवर रोड), दासपुर (नीम करौरी मार्ग), बाबरपुर (फर्रुखाबाद-अलीगंज मार्ग), गाजीपुर (सुलतानपुर-कुआरी रोड)
- हरदोई: तिमिरपुर (गंगा एक्सप्रेसवे)
व्यापार और स्थानीय अर्थव्यवस्था को बढ़ावा
इस एक्सप्रेसवे का सबसे ज्यादा लाभ फर्रुखाबाद की जरदोजी इंडस्ट्री और आसपास के जिलों के व्यापारियों को मिलेगा। तेज रफ्तार कनेक्टिविटी से दिल्ली, आगरा और लखनऊ जैसे बड़े बाजारों तक सामान की आवाजाही आसान होगी।
स्थानीय लोगों का कहना है कि Farrukhabad Link Expressway सिर्फ एक सड़क परियोजना नहीं है, बल्कि यह पूरे क्षेत्र की आर्थिक और सामाजिक तस्वीर बदलने वाला इंफ्रास्ट्रक्चर है।