नई दिल्ली (Mon, 22 Sep 2025) – प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नवरात्र के पहले दिन देशवासियों को शुभकामनाएं दीं और साथ ही नए GST Reforms को लेकर देश के नाम खुला पत्र लिखा। इस पत्र में उन्होंने जीएसटी सुधारों को ‘GST बचत उत्सव’ बताया और स्पष्ट किया कि ये रिफॉर्म्स किसान, महिला, युवा, गरीब, मध्यम वर्ग, व्यापारी, लघु और कुटीर उद्योग सभी के लिए लाभकारी होंगे।
प्रधानमंत्री ने पत्र में लिखा, “2 सितंबर से नेक्स्ट जनरेशन GST Reforms लागू हो गए हैं। इसके साथ ही पूरे देश में GST बचत उत्सव की शुरुआत हो गई है। इन रिफॉर्म्स से हर नागरिक को सीधे लाभ मिलेगा और देश की आर्थिक गतिविधियों को नई ऊर्जा मिलेगी।”
हेल्थ और रोजमर्रा की जरूरतें अब टैक्स-फ्री
प्रधानमंत्री ने पत्र में यह भी बताया कि नए रिफॉर्म्स में मुख्य रूप से केवल दो ही स्लैब रहेंगे। रोजमर्रा की जरूरतें जैसे कि खाना, दवाइयां, साबुन, टूथपेस्ट और कई अन्य सामान अब या तो टैक्स-फ्री होंगे या सबसे कम 5% स्लैब में आएंगे। इसके अलावा, घर बनाने, गाड़ी खरीदने, बाहर खाने या परिवार के साथ छुट्टियां मनाने जैसे सपनों को पूरा करना भी आसान हो जाएगा। हेल्थ इंश्योरेंस पर अब GST को शून्य कर दिया गया है।
उन्होंने अपने पत्र में जीएसटी यात्रा का भी जिक्र किया। प्रधानमंत्री ने लिखा, “हमारी GST यात्रा 2017 में शुरू हुई थी। तब देश को अनेक टैक्स और टोल के जंजाल से मुक्ति मिली थी। इससे व्यापारियों और ग्राहकों को बहुत राहत मिली। अब ये नेक्स्ट जनरेशन GST Reforms हमें और आगे ले जा रहे हैं। सिस्टम को सरल बनाने से दुकानदारों और लघु उद्योगों को और सहूलियत मिलेगी।”
स्वदेशी अपनाने का आह्वान
प्रधानमंत्री मोदी ने देशवासियों से स्वदेशी अपनाने की अपील करते हुए लिखा, “नागरिक देवो भवः हमारा मंत्र है। पिछले 11 वर्षों में 25 करोड़ लोग गरीबी से बाहर आए हैं और एक नया मिडिल क्लास देश में तैयार हुआ है। अब इसे और सशक्त बनाया जा रहा है। हमने मध्यम वर्ग को भी मजबूत किया है। 12 लाख रुपए तक की आय पर कोई टैक्स नहीं लिया जा रहा है। अगर इनकम टैक्स छूट और नए GST Reforms को मिलाकर देखें, तो देशवासियों के सालाना लगभग 2.5 लाख करोड़ रुपए बचेंगे।”
प्रधानमंत्री ने 2047 तक विकसित भारत बनाने का संकल्प भी देश के सामने रखा और लिखा, “देश ने 2047 तक विकसित भारत का संकल्प लिया है। इसे सिद्ध करने के लिए आत्मनिर्भरता के रास्ते पर चलना जरूरी है। नए GST Reforms से आत्मनिर्भर भारत अभियान को तेज गति मिलेगी। इसके लिए आवश्यक है कि हम स्वदेशी को अपने जीवन का हिस्सा बनाएं। चाहे ब्रांड कोई भी हो, कंपनी कोई भी हो, अगर उसमें भारतीय श्रमिक और कारीगर की मेहनत लगी है, तो वो स्वदेशी है।”
उन्होंने अपने पत्र में यह भी स्पष्ट किया कि जब भी लोग अपने देश के कारीगरों, श्रमिकों और इंडस्ट्री द्वारा बनाए सामान को खरीदते हैं, तो वे कई परिवारों की रोज़ी-रोटी में मदद कर रहे हैं और देश के युवाओं के लिए रोजगार पैदा कर रहे हैं। पीएम मोदी ने दुकानदारों और व्यापारियों से विशेष अनुरोध किया कि वे स्वदेशी सामान ही बेचें, ताकि देश की अर्थव्यवस्था और रोजगार सृजन को बढ़ावा मिले।
इस पत्र के माध्यम से पीएम मोदी ने न केवल GST सुधारों का महत्व रेखांकित किया, बल्कि देशवासियों को आत्मनिर्भर भारत अभियान में सक्रिय भागीदारी की प्रेरणा भी दी।