लखनऊ (Mon, 22 Sep 2025) – उत्तर प्रदेश में अब इंटरमीडिएट पास युवा Home Guard Recruitment के लिए आवेदन कर सकेंगे। प्रदेश सरकार ने लगभग 44 हजार रिक्त पदों पर भर्ती के लिए तैयारी शुरू कर दी है। पहले इस पद के लिए न्यूनतम शैक्षिक योग्यता हाईस्कूल थी, जिसे अब बढ़ाकर इंटरमीडिएट करने का प्रस्ताव शासन ने भेजा है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा हाल ही में होमगार्ड संगठन की समीक्षा के दौरान भर्तियों और प्रशिक्षण को लेकर कई महत्वपूर्ण प्रस्ताव पेश किए गए। इनमें सबसे बड़ा बदलाव आयु सीमा और शारीरिक दक्षता परीक्षा के नियमों में किया गया है।
शारीरिक दक्षता में बदलाव
भर्ती में अब पुरुष और महिलाएं अन्य सुरक्षा बलों के स्तर के अनुरूप फिजिकल टेस्ट देंगे। पुरुषों को अब 2 किमी की दौड़ की बजाय 25 मिनट में 4.8 किमी दौड़ पूरी करनी होगी, जबकि महिलाओं को 500 मीटर की दौड़ के बजाय 14 मिनट में 2.4 किमी दौड़ पूरी करनी होगी। इसके साथ ही अन्य शारीरिक मानक भी सुरक्षा बलों के नियमों के अनुसार तय किए जाएंगे। इस परीक्षा में असफल उम्मीदवार चयन प्रक्रिया से बाहर हो जाएंगे।
आयु सीमा में संशोधन
होमगार्ड स्वयंसेवकों की अधिकतम आयु सीमा भी संशोधित की गई है। पहले यह सीमा 45 वर्ष थी, जिसे अब 30 वर्ष कर दिया गया है। यह कदम भर्ती प्रक्रिया को युवा और चुस्त वर्ग तक सीमित करने के उद्देश्य से लिया गया है।
जल्द होगा एनरोलमेंट बोर्ड का गठन
मुख्यमंत्री की सहमति से भर्तियों के लिए जल्द एनरोलमेंट बोर्ड का गठन किया जाएगा। बोर्ड का अध्यक्ष आईजी होमगार्ड होंगे, डीआईजी उपाध्यक्ष, वरिष्ठ स्टाफ अधिकारी सचिव, साथ ही वित्त नियंत्रक और मंडलीय कमांडेंट स्तर के दो अधिकारी तथा आपदा जोखिम न्यूनीकरण पृष्ठभूमि वाले एक अधिकारी सदस्य होंगे। इस बोर्ड के गठन के बाद भर्तियां त्वरित और पारदर्शी तरीके से आयोजित की जाएंगी।
इस कदम से न केवल प्रदेश के युवाओं को रोजगार के अवसर मिलेंगे, बल्कि होमगार्ड संगठन की क्षमता और दक्षता भी बढ़ेगी। विशेषज्ञों का मानना है कि Home Guard Recruitment में ये बदलाव सुरक्षा, अनुशासन और सेवा के उच्च मानकों को सुनिश्चित करेंगे, जिससे प्रदेश की जनता की सुरक्षा और राहत दोनों मजबूत होंगी।