हानिकारक ‘डाइथिलीन ग्लाइकाल’ की पुष्टि के बाद जांच के आदेश, पांच साल से कम बच्चों को सिरप न देने की सलाह
लखनऊ (रविवार, 05 अक्टूबर 2025)। उत्तर प्रदेश में Coldrif Syrup को लेकर बड़ी कार्रवाई हुई है। राजस्थान और मध्य प्रदेश में बच्चों के लिए जानलेवा साबित हुए इस सिरप पर अब यूपी में भी रोक लगा दी गई है। Food Safety and Drug Administration (FSDA) ने राज्यभर के औषधि निरीक्षकों को पत्र जारी कर नमूने लेने और जांच कराने के निर्देश दिए हैं।
यह आदेश तब आया जब लखनऊ में स्रेसन फार्मास्युटिकल द्वारा निर्मित Coldrif Syrup के एक बैच में डाइथिलीन ग्लाइकाल की मिलावट की पुष्टि हुई। यह रसायन शरीर के लिए अत्यंत विषैला माना जाता है, जो गुर्दे फेल होने और तंत्रिका तंत्र को नुकसान तक पहुंचा सकता है।
सभी जिलों में Coldrif Syrup के नमूने लिए जाएंगे
एफएसडीए के सहायक आयुक्त दिनेश कुमार तिवारी ने रविवार को जारी पत्र में सभी जिलों के औषधि निरीक्षकों को निर्देश दिया है कि वे दवा दुकानों, निजी क्लीनिकों और सरकारी अस्पतालों से Cold rif Syrup के नमूने लेकर तुरंत जांच के लिए लखनऊ स्थित प्रयोगशाला भेजें।
साथ ही, बिक्री व वितरण को तत्काल प्रभाव से रोकने का आदेश भी दिया गया है।
एफएसडीए ने दवा विक्रेताओं के संघों और यूपी मेडिकल सप्लाई कॉर्पोरेशन से भी इस सिरप के बैच नंबर SR-13 M/D May 2025, E/D April 2027 की उपलब्धता, बिक्री और भंडारण की पूरी जानकारी देने को कहा है।
डाइथिलीन ग्लाइकाल: सस्ता लेकिन जानलेवा रसायन
डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी अस्पताल के चीफ फार्मासिस्ट सुनील कुमार यादव बताते हैं कि डाइथिलीन ग्लाइकाल एक नमी सोखने वाला रसायन है, जिसे दवा या खाद्य उत्पादों में किसी भी रूप में उपयोग की अनुमति नहीं है।
उनके अनुसार, “इसकी थोड़ी सी मात्रा भी किडनी फेल होने, तंत्रिका क्षति और यहां तक कि मृत्यु का कारण बन सकती है।”
उन्होंने बताया कि आमतौर पर सिरप निर्माण में ग्लिसरीन, सॉर्बिटॉल और प्रोपाइलीन ग्लाइकाल जैसे तत्वों का प्रयोग होता है, जो महंगे हैं। कई बार कुछ कंपनियां लागत घटाने के लिए डाइथिलीन ग्लाइकाल का प्रयोग करती हैं, जो बेहद खतरनाक साबित होता है।
स्वास्थ्य विभाग ने जारी की गाइडलाइन
महानिदेशक चिकित्सा स्वास्थ्य डॉ. रतन पाल सिंह सुमन ने राज्य के सभी सरकारी अस्पतालों को निर्देश दिया है कि पांच वर्ष से कम उम्र के बच्चों को किसी भी प्रकार का कफ सिरप न दिया जाए।
उन्होंने यह भी कहा कि बड़ी उम्र के बच्चों को दवाएं केवल डॉक्टर की देखरेख में न्यूनतम खुराक में ही दी जाएं।
इसके अलावा, एफएसडीए ने राज्य की दवा निर्माण इकाइयों में बन रहे सभी कफ सिरप और उनमें प्रयुक्त प्रोपाइलीन ग्लाइकाल के नमूने लेकर जांच के लिए भेजने के भी निर्देश जारी किए हैं।
जनता से अपील: Coldrif Syrup का उपयोग तुरंत बंद करें
प्रशासन ने आम उपभोक्ताओं से अपील की है कि वे यदि उनके घरों में Coldrif Syrup मौजूद है, तो उसे तुरंत बंद करें और नजदीकी दवा विक्रेता या स्वास्थ्य केंद्र को सूचित करें।
विशेषज्ञों का कहना है कि दवाओं में मिलावट केवल व्यापारिक लापरवाही नहीं, बल्कि जनस्वास्थ्य के लिए गंभीर खतरा है।