योगी सरकार की घोषणा पर अमल की शुरुआत, 11 लाख से अधिक कर्मचारी और परिजन होंगे लाभान्वित
लखनऊ (रविवार, 21 सितंबर 2025) – इस बार दिवाली शिक्षकों और कर्मचारियों के लिए खास होने जा रही है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की घोषणा के बाद प्रदेश सरकार ने दिवाली से पहले शिक्षकों और शिक्षणेत्तर कर्मचारियों को Cashless Treatment की सुविधा उपलब्ध कराने की तैयारी तेज कर दी है।
शिक्षक दिवस (5 सितंबर) पर सीएम योगी ने यह ऐलान किया था कि प्रदेशभर के शिक्षक और कर्मचारी अब इलाज के लिए नकद भुगतान की झंझट से मुक्त होंगे। इसके बाद से ही विभागीय स्तर पर कर्मचारियों की संख्या और सालाना व्यय का आकलन किया जा रहा है।
प्रति कार्मिक 2480 रुपये का सालाना व्यय
उच्च शिक्षा विभाग के संयुक्त सचिव प्रेम कुमार पांडेय ने निदेशक उच्च शिक्षा को भेजे पत्र में कहा है कि कैशलेस चिकित्सा सुविधा के लिए प्रति कार्मिक 2480 रुपये का सालाना खर्च अनुमानित है। उन्होंने विभाग से जल्द से जल्द आंकड़े जुटाकर शासन को भेजने के निर्देश दिए हैं।
सरकारी सूत्रों के मुताबिक, सभी विभागों को मिलाकर करीब 11 लाख से अधिक कर्मचारी और उनके परिजन इस सुविधा का लाभ लेने वाले हैं। इससे प्रदेश के शिक्षा जगत में स्वास्थ्य सुरक्षा की एक नई व्यवस्था स्थापित होगी।
शिक्षक संगठनों की मांग – “10 लाख वार्षिक कवर”
हालांकि शिक्षक संगठनों ने सरकार से कैशलेस चिकित्सा बीमा की राशि बढ़ाने की मांग रखी है। उनका कहना है कि वार्षिक कवर कम से कम 10 लाख रुपये होना चाहिए, ताकि गंभीर बीमारियों और आपात स्थितियों में वास्तविक सुरक्षा मिल सके। संगठन मानते हैं कि योगी सरकार की पहल ऐतिहासिक है, लेकिन इसे और मज़बूत करना जरूरी है।
“सम्मानजनक स्वास्थ्य सुरक्षा की उम्मीद”
शिक्षक प्रतिनिधियों का कहना है कि वे लंबे समय से स्वास्थ्य सुरक्षा के लिए एक स्थायी और सम्मानजनक व्यवस्था की मांग कर रहे थे। मुख्यमंत्री की ओर से दिवाली से पहले Cashless Treatment सुविधा लागू करने का आश्वासन निश्चित रूप से शिक्षकों और कर्मचारियों के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाएगा।
नतीजा
दिवाली का त्योहार जहां रोशनी और खुशियों का प्रतीक है, वहीं इस बार यह शिक्षकों और कर्मचारियों के लिए स्वास्थ्य सुरक्षा का भी संदेश लेकर आएगा। योगी सरकार की यह पहल न सिर्फ कर्मचारियों को राहत देगी बल्कि शिक्षा जगत में आत्मविश्वास और भरोसे को भी मजबूत करेगी।