डिजिटल बी2बी मीटिंग्स से प्रदेश के उद्यमियों को वैश्विक पहचान
लखनऊ/ग्रेटर नोएडा (Sat, 27 Sep 2025) – उत्तर प्रदेश का उद्योग क्षेत्र तेजी से विकसित हो रहा है, और इसका सबसे सजीव उदाहरण है UP International Trade Show 2025 (UPITS)। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार ने इस आयोजन को पारदर्शिता और तकनीक के उच्च मानकों के साथ आयोजित किया, जिससे प्रदेश के उद्यमियों को न सिर्फ वैश्विक बाजार तक पहुंच मिली, बल्कि निवेश और औद्योगिक विकास के नए अवसर भी पैदा हुए।
इस साल UPITS का सबसे बड़ा आकर्षण रहा बी2बी मीटिंग्स का डिजिटल मॉडल, जिसमें 520 से अधिक विदेशी बॉयर्स शामिल हुए। उद्यमियों के साथ इन मीटिंग्स के दौरान निरंतर बातचीत और एमओयू (MoU) साइन किए जा रहे हैं, जिससे तुरंत कारोबार को गति मिल रही है।
डिजिटल प्लेटफॉर्म और पारदर्शिता
फेडरेशन ऑफ इंडियन एक्सपोर्ट ऑर्गनाइजेशंस (FIEO) ने सभी विदेशी खरीदारों का पंजीकरण UPITS की आधिकारिक वेबसाइट पर कराया। वेबसाइट पर यह स्पष्ट रूप से दिखाया गया है कि कौन-सा बॉयर किस हॉल और टेबल पर उद्यमियों से मुलाकात करेगा। उद्यमी अपने सेक्टर के अनुसार बॉयर्स की सूची देख सकते हैं और अपने उत्पादों की प्रस्तुति के लिए समय तय कर सकते हैं। इस तरह पारदर्शिता और योजना की यह प्रक्रिया आयोजन की सबसे बड़ी खासियत बन गई है।
बातचीत से एमओयू तक का त्वरित रास्ता
बी2बी हॉल में उद्यमी अपने उत्पाद पेश करते हैं और यदि बॉयर प्रभावित होता है, तो वहीं पर एमओयू साइन कर सकता है। यह प्रक्रिया न केवल व्यापार को तेजी देती है, बल्कि उद्यमियों को सीधे वैश्विक बाजार तक पहुंचने का अवसर भी देती है। यदि बॉयर तुरंत समझौता नहीं करता, तो इसे बिजनेस लीड माना जाता है, जो भविष्य में बड़े अनुबंध और दीर्घकालिक साझेदारी का मार्ग खोल सकती है।
योगी सरकार की नीतियों का असर
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बार-बार कहा है कि “उत्तर प्रदेश को भारत का ग्रोथ इंजन बनाना है।” UPITS उसी दृष्टिकोण का परिणाम है। वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट (ODOP) से लेकर MSME और स्टार्टअप्स तक के उद्यमियों को यह वैश्विक मंच मिल रहा है। प्रदेश में सड़क, बिजली, एयरपोर्ट और लॉजिस्टिक हब जैसी आधारभूत संरचना के विकास ने भी विदेशी निवेशकों का विश्वास बढ़ाया है।
बी2बी मीटिंग्स न सिर्फ छोटे उद्यमियों को बड़े बाजारों तक पहुंचा रही हैं, बल्कि उत्तर प्रदेश के औद्योगिक मानचित्र को नई पहचान भी दे रही हैं। विदेशी बॉयर्स और भारतीय उद्यमियों के बीच बनी यह कड़ी आने वाले वर्षों में करोड़ों रुपये के व्यापार और हजारों रोजगार के अवसरों का मार्ग प्रशस्त करेगी।