लखनऊ, 09 सितम्बर 2025 – उत्तर प्रदेश में MBBS और BDS कोर्स में दाखिले की तैयारी कर रहे लाखों छात्रों के लिए अब इंतजार खत्म हो रहा है। UP NEET UG Counselling 2025 का दूसरा चरण (Round-2) कल यानी 10 सितंबर 2025 से शुरू हो जाएगा। रजिस्ट्रेशन और दस्तावेज अपलोड करने की प्रक्रिया 15 सितंबर की सुबह 11 बजे तक चलेगी। इसके बाद मेरिट लिस्ट, चॉइस फिलिंग और सीट अलॉटमेंट की प्रक्रिया तय शेड्यूल के अनुसार होगी।
UP NEET UG Counselling 2025: क्यों अहम है राउंड-2 काउंसलिंग?
NEET UG परीक्षा पास करने वाले कई छात्रों को पहले चरण में सीट नहीं मिली, जबकि कई उम्मीदवार बेहतर विकल्प तलाश रहे हैं। राउंड-2 ऐसे सभी छात्रों के लिए एक बड़ा अवसर है। विशेषज्ञों का मानना है कि इस चरण में अक्सर अच्छे मेडिकल कॉलेजों में खाली सीटें भरती हैं, इसलिए अभ्यर्थियों को सावधानी से अपनी चॉइस फिलिंग करनी चाहिए।
UP NEET UG Counselling 2025 Round-2: पूरा शेड्यूल
- रजिस्ट्रेशन और डॉक्यूमेंट अपलोड – 10 सितंबर, शाम 5 बजे से
- रजिस्ट्रेशन की अंतिम तिथि – 15 सितंबर, सुबह 11 बजे तक
- फीस और सिक्योरिटी मनी जमा – 10 से 15 सितंबर तक
- मेरिट लिस्ट जारी – 15 सितंबर
- ऑनलाइन चॉइस फिलिंग और लॉकिंग – 15 सितंबर शाम 5 बजे से 18 सितंबर शाम 5 बजे तक
- सीट अलॉटमेंट रिजल्ट – 19 सितंबर
- अलॉटमेंट लेटर डाउनलोड और प्रवेश प्रक्रिया – 20 से 26 सितंबर तक

काउंसलिंग प्रक्रिया: स्टेप-बाय-स्टेप गाइड
- REGISTRATION FOR STATE MERIT – आधिकारिक पोर्टल पर लॉगिन कर पंजीकरण करें।
- Pay Registration Fee – ₹2000 की फीस ऑनलाइन माध्यम से जमा करें।
- Pay Security Money – आवंटन श्रेणी के अनुसार धरोहर राशि भरें।
- Choice Filling & Locking – अपनी पसंद के कॉलेज व कोर्स का चयन कर लॉक करें।
- Result & Allotment – 19 सितंबर को रिजल्ट देखें और 20 से 26 सितंबर के बीच प्रवेश लें।
काउंसलिंग फीस और सिक्योरिटी मनी
- रजिस्ट्रेशन शुल्क – ₹2000
- धरोहर राशि (Security Money)
- राजकीय मेडिकल कॉलेज सीट – ₹30,000
- निजी मेडिकल कॉलेज सीट – ₹2,00,000
- निजी डेंटल कॉलेज सीट – ₹1,00,000
पिछले साल की झलक
2024 में यूपी नीट यूजी काउंसलिंग के दौरान करीब 35,000 सीटों पर एडमिशन हुए थे। हालांकि, समय पर डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन और फीस जमा न कर पाने के कारण कई सीटें खाली भी रह गई थीं। इस बार DGME (Directorate General of Medical Education) ने शेड्यूल को कड़ा बनाया है ताकि सीटों की बर्बादी न हो और deserving छात्रों को मौका मिले।
छात्रों की चुनौतियाँ
- हाई कटऑफ – पहले राउंड में सरकारी मेडिकल कॉलेजों में कटऑफ बहुत ज्यादा था, जिससे कई छात्रों को निराशा हुई।
- प्राइवेट कॉलेज फीस – निजी कॉलेजों की फीस लाखों रुपये में होने से मध्यमवर्गीय परिवारों पर बोझ पड़ता है।
- डॉक्यूमेंटेशन – पिछले साल कई छात्रों का एडमिशन अधर में लटक गया क्योंकि समय पर दस्तावेज पूरे नहीं हो पाए।
विशेषज्ञों की राय
लखनऊ स्थित एक मेडिकल एजुकेशन एक्सपर्ट का कहना है:
“राउंड-2 में छात्रों को सबसे ज्यादा सतर्क रहना चाहिए। चॉइस फिलिंग में लापरवाही से बेहतर कॉलेज का मौका हाथ से निकल सकता है। साथ ही सिक्योरिटी मनी और डॉक्यूमेंट समय से तैयार रखना जरूरी है।”
FAQs: छात्रों के आम सवाल
Q1. क्या राउंड-1 में सीट मिलने के बाद भी राउंड-2 में शामिल हो सकते हैं?
➡️ हां, लेकिन इसके लिए पहले अलॉट की गई सीट छोड़नी होगी।
Q2. क्या सिक्योरिटी मनी रिफंडेबल है?
➡️ हां, अगर छात्र को सीट नहीं मिलती या वह काउंसलिंग में भाग लेने के बाद प्रवेश नहीं लेता तो नियमों के अनुसार धनराशि वापस कर दी जाएगी।
Q3. क्या प्राइवेट मेडिकल कॉलेज में फीस बहुत ज्यादा है?
➡️ हां, निजी मेडिकल कॉलेज की फीस 15-20 लाख प्रति वर्ष तक हो सकती है।
Q4. मेरिट लिस्ट कैसे बनेगी?
➡️ रजिस्ट्रेशन और डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन पूरा करने वाले अभ्यर्थियों के NEET स्कोर के आधार पर राज्य मेरिट लिस्ट तैयार होगी।
निष्कर्ष
UP NEET UG Counselling 2025 का दूसरा राउंड उन छात्रों के लिए बेहद महत्वपूर्ण है जो सरकारी या प्राइवेट मेडिकल कॉलेज में दाखिला लेना चाहते हैं। तय समय सीमा का पालन, सही डॉक्यूमेंट और समझदारी से भरी गई चॉइस लिस्ट ही सफलता की कुंजी होगी।