सराय काले खां से मोदीपुरम तक 82 किमी लंबा रैपिड रेल कॉरिडोर 17 सितंबर से होगा शुरू, दिल्ली-एनसीआर के लाखों लोगों को मिलेगा फायदा
नई दिल्ली, 14 सितंबर 2025। दिल्ली और मेरठ के बीच रोज़ाना सफर करने वालों के लिए बड़ी राहत की खबर है। 17 सितंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश की पहली सेमी हाई-स्पीड रैपिड रेल Namo Bharat Train का औपचारिक उद्घाटन करेंगे। सराय काले खां से लेकर मोदीपुरम (मेरठ) तक फैला 82 किलोमीटर लंबा यह कॉरिडोर अब लोगों को महज एक घंटे में दिल्ली से मेरठ और मेरठ से दिल्ली पहुंचा देगा।
दिल्ली का सबसे हाईटेक स्टेशन
दिल्ली के सराय काले खां पर तैयार हुआ रैपिड रेल स्टेशन अपने आप में खास है। इसे किसी इंटरनेशनल एयरपोर्ट जैसी आधुनिक सुविधाओं से लैस किया गया है। 215 मीटर लंबा, 50 मीटर चौड़ा और 15 मीटर ऊंचा यह स्टेशन 4 रेल ट्रैक और 6 प्लेटफॉर्म वाला है।
स्टेशन में 5 एंट्री-एग्जिट गेट, 14 लिफ्ट, 18 एस्केलेटर और 6 ट्रैवलेटर लगाए गए हैं। यहां से यात्रियों को दिल्ली मेट्रो, आईएसबीटी, निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन और रिंग रोड की सीधी कनेक्टिविटी भी मिलेगी। इतना ही नहीं, स्टेशन पर 275 कार और 900 टू-वीलर की पार्किंग सुविधा के साथ ई-चार्जिंग प्वाइंट भी उपलब्ध है।
ट्रेन की रफ्तार और खासियत
नेशनल कैपिटल रीजन ट्रांसपोर्ट कॉर्पोरेशन (NCRTC) के एमडी शलभ गोयल के अनुसार, Namo Bharat Train 180 किलोमीटर प्रति घंटे की अधिकतम और 160 किलोमीटर प्रति घंटे की ऑपरेशनल स्पीड पर दौड़ेगी। इसका मतलब है कि सराय काले खां से मोदीपुरम तक की 82.15 किलोमीटर की यात्रा मात्र 60 मिनट में पूरी होगी।
सभी ट्रेनें और कोच पूरी तरह से एयर कंडीशनर होंगे। सुरक्षा के लिए स्टेशन से लेकर ट्रेन तक हर जगह सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। यात्रियों की सुविधा के लिए यहां इंटरनेशनल लेवल का इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार किया गया है।
किन स्टेशनों से होकर गुजरेगी
इस कॉरिडोर में कुल 16 स्टेशन हैं, जिनमें से 11 पहले ही चालू हो चुके हैं। अब 17 सितंबर को बाकी हिस्से की शुरुआत होगी। यह ट्रेन सराय काले खां से शुरू होकर न्यू अशोक नगर, आनंद विहार, साहिबाबाद, गाजियाबाद, गुलधर, दुहाई, मुरादनगर, मोदीनगर, शताब्दी नगर, बेगमपुल से गुजरते हुए अंतिम स्टेशन मोदीपुरम डिपो तक पहुंचेगी।
दिल्ली-एनसीआर के लिए गेमचेंजर
एनसीआरटीसी के प्रवक्ता पुनीत वत्स का कहना है कि दिल्ली और मेरठ के बीच रोज़ाना लाखों लोग सफर करते हैं। जाम और लंबी दूरी की वजह से अब तक यह सफर थकाऊ माना जाता था। लेकिन Namo Bharat Train के शुरू होने से लोग न सिर्फ समय बचा पाएंगे, बल्कि दिल्ली की सड़कों पर यातायात का दबाव भी कम होगा।
यह परियोजना दिल्ली-एनसीआर के पब्लिक ट्रांसपोर्ट को पूरी तरह बदलने वाली साबित हो सकती है। अब सवाल यह है कि यात्रियों के अनुभव में कितना सुधार आता है और आम लोग इस सुविधा को किस तरह अपनाते हैं।