लखीमपुर खीरी, 15 सितंबर 2025 – शारदा नदी के कटान और बाढ़ जैसे हालात ने जिले के ग्रंट नंबर-12 गांव में भारी तबाही मचाई है। सोमवार को नदी की धारा ने गांव की इंटरलॉक सड़क और चार पक्के मकान बहा दिए। अब तक 70 से अधिक परिवार बेघर हो चुके हैं और गांव का आधा हिस्सा नदी की धार में समा चुका है।
नदी में समा गए पक्के मकान
सुबह अचानक कटान तेज हुआ और श्यामकली, अर्चना, कन्यादेवी और रोशन के मकान पलक झपकते ही नदी की धारा में बह गए। ग्रामीणों ने समय रहते अपना सामान निकाल लिया, लेकिन अब सड़क किनारे अस्थायी डेरा डालकर जीवन यापन कर रहे हैं।
आधा गांव नदी की धारा में
ग्रामीणों का कहना है कि अब तक करीब 72 मकान ध्वस्त हो चुके हैं। जहां कभी मकान और सड़कें थीं, वहां अब शारदा की लहरें बह रही हैं। बाकी बचे घर भी खतरे के साये में हैं।
प्रशासन की ओर से आश्वासन
क्षेत्रीय लेखपाल श्यामनंदन मिश्रा ने बताया कि प्रभावित परिवारों को पहले ही सचेत किया गया था। तहसीलदार मुकेश वर्मा ने कहा कि राहत और मुआवजा प्रक्रिया शुरू कर दी गई है और लगातार हालात की निगरानी की जा रही है।
पीड़ितों की पीड़ा
श्यामकली ने कहा, “कुछ दिन पहले लगा था कि कटान थम गया है, लेकिन अचानक पूरा मकान नदी में समा गया। अब बच्चों के साथ सड़क पर रहना पड़ रहा है।”
वहीं कन्यादेवी ने कहा, “सुबह घर देखने गई तो आधा मकान गिर चुका था, थोड़ी देर बाद पूरा घर बह गया।”
👉 Sharda River flood से उत्पन्न हालात ने एक बार फिर ग्रामीणों के सामने विस्थापन का संकट खड़ा कर दिया है। लोग राहत शिविरों और मुआवजे की उम्मीद लगाए बैठे हैं, जबकि प्रशासन बचाव और पुनर्वास की कार्यवाही तेज करने का दावा कर रहा है।