गोरखनाथ मंदिर में जनता दर्शन, 250 से अधिक लोगों की समस्याएं सुनीं
गोरखपुर (Mon, 22 Sep 2025)। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शारदीय नवरात्र की प्रतिपदा पर शक्ति की उपासना से पहले जनता दर्शन का आयोजन कर एक बार फिर यह संदेश दिया कि शासन की पहली प्राथमिकता जनता की सेवा है। गोरखनाथ मंदिर परिसर स्थित महंत दिग्विजयनाथ स्मृति भवन के सामने आयोजित इस कार्यक्रम में उन्होंने आम लोगों की समस्याएं सुनीं और अफसरों को स्पष्ट निर्देश दिया कि हर जरूरतमंद तक सरकार की Welfare Schemes का लाभ समयबद्ध और पारदर्शी तरीके से पहुंचे।
इस दौरान मुख्यमंत्री करीब 250 लोगों के बीच पहुंचे। कुर्सियों पर बैठे आमजन से वह खुद बातचीत करते रहे और समस्याओं को ध्यान से सुनते हुए समाधान का भरोसा दिलाया। खास बात यह रही कि उपस्थित महिलाओं की संख्या अधिक थी और कई ने अपने घरेलू एवं सामाजिक मसले सीएम के सामने रखे।
राशन कार्ड और पेंशन योजना पर सीएम का विशेष जोर
जनता दर्शन के दौरान एक महिला ने जब राशन कार्ड न होने की शिकायत रखी तो सीएम योगी ने तुरंत अधिकारियों को निर्देशित किया कि मामले को संवेदनशीलता से देखा जाए। उन्होंने कहा कि पात्रता के अनुसार लाभार्थियों को न केवल राशन कार्ड उपलब्ध कराया जाए, बल्कि पेंशन जैसी योजनाओं से भी उन्हें जोड़ा जाए। मुख्यमंत्री का साफ कहना था कि कोई भी गरीब, विधवा या वृद्ध नागरिक सरकार की Welfare Schemes से वंचित न रहे।
भूमि कब्जे और पुलिस-राजस्व मामलों में सख्ती
जमीन कब्जे से संबंधित शिकायतों पर सीएम योगी ने अधिकारियों को सख्त लहजे में चेताया। उन्होंने कहा कि गरीबों की जमीन पर अवैध कब्जा करने वालों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई सुनिश्चित होनी चाहिए। उन्होंने यह भी जोड़ा कि राजस्व और पुलिस से जुड़े मामलों में तुरंत कार्रवाई की जाए और पीड़ित को राहत मिले।
इलाज के लिए मिलेगी आर्थिक मदद
कार्यक्रम में कई लोग इलाज के लिए आर्थिक सहायता की गुहार लेकर पहुंचे। इस पर मुख्यमंत्री ने भरोसा दिलाया कि पैसे के अभाव में किसी मरीज का इलाज रुकने नहीं दिया जाएगा। उन्होंने अधिकारियों को आदेश दिया कि इलाज से जुड़ा इस्टीमेट शीघ्र तैयार कर शासन को भेजा जाए ताकि समय पर सहायता मिल सके। सीएम योगी ने दोहराया कि सरकार का उद्देश्य जनसेवा है और स्वास्थ्य से जुड़ी जरूरतों को प्राथमिकता दी जाएगी।
जनता दर्शन बना विश्वास का सेतु
गोरखनाथ मंदिर में हुआ यह जनता दर्शन सिर्फ शिकायतों का मंच नहीं, बल्कि जनता और सरकार के बीच विश्वास का सेतु साबित हुआ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अफसरों को चेताया कि वे दफ्तरों की फाइलों में उलझने के बजाय सीधे जनता तक पहुंचें और यह सुनिश्चित करें कि हर पात्र परिवार तक सरकार की Welfare Schemes का लाभ बिना किसी भेदभाव और देरी के पहुंचे।