Metro Expansion से बदल जाएगी कनेक्टिविटी की तस्वीर
गुरुग्राम, 14 सितंबर 2025। हरियाणा सरकार जल्द ही गुरुग्राम के सेक्टर-56 रैपिड मेट्रो स्टेशन से पचगांव चौक तक Metro Expansion की दिशा में बड़ा कदम उठाने जा रही है। इस परियोजना की व्यवहार्यता रिपोर्ट तैयार कर ली गई है और अब इसे राज्य सरकार की मंजूरी का इंतजार है। उम्मीद की जा रही है कि इसी महीने रिपोर्ट को हरी झंडी मिल जाएगी, जिसके बाद डीपीआर (विस्तृत परियोजना रिपोर्ट) बनाने का काम शुरू होगा।
इस रूट के बनने से गुरुग्राम और मानेसर क्षेत्र में रहने वाले लाखों लोगों की जिंदगी आसान होगी। खासकर Cyber City और एचएसआईडीसी (HSIIDC) के औद्योगिक क्षेत्रों में काम करने वालों को सीधा फायदा मिलेगा। पचगांव चौक पर यह मेट्रो कॉरिडोर रीजनल रैपिड ट्रांजिट सिस्टम (RRTS) से जुड़ जाएगा, जिससे दिल्ली से लेकर राजस्थान के अलवर तक seamless connectivity संभव हो पाएगी।
Metro Expansion: गुरुग्राम के विकास को नई रफ्तार
गुरुग्राम मेट्रो रेल लिमिटेड के प्रबंध निदेशक डॉ. चंद्रशेखर खरे के अनुसार, सेक्टर-56 रैपिड मेट्रो का आखिरी स्टेशन पचगांव तक बढ़ाया जाएगा। यहाँ एक इंटरचेंज बनाया जाएगा और आगे नए कॉरिडोर की रूपरेखा डीपीआर से तय होगी। बताया जा रहा है कि कॉरिडोर पर 30 से अधिक गांव और कई नई हाउसिंग सोसायटियाँ सीधे मेट्रो नेटवर्क से जुड़ेंगी।
HSIIDC भी इस प्रोजेक्ट में बजट साझा करेगी, क्योंकि उसके मानेसर और आसपास के बड़े प्रोजेक्ट बेहतर कनेक्टिविटी से सीधे प्रभावित होंगे। माना जा रहा है कि मेट्रो नेटवर्क के विस्तार से गुरुग्राम की सड़क यातायात पर दबाव काफी हद तक कम होगा और आर्थिक गतिविधियों में तेजी आएगी।
RRTS से जुड़कर Metro Expansion का असर और बढ़ेगा
पचगांव चौक इस पूरे विस्तार का अहम केंद्र होगा, जहाँ मेट्रो कॉरिडोर को RRTS नेटवर्क से जोड़ा जाएगा। एनसीआरटीसी (NCRTC) द्वारा विकसित किए जा रहे इस RRTS कॉरिडोर का पहला चरण दिल्ली-सराज काले खां से लेकर गुरुग्राम और शाहजहांपुर-नीमराना-बहरोड़ (SNB) तक फैला होगा। आगे चलकर यह अलवर तक विस्तारित किया जाएगा।
इस कॉरिडोर पर चलने वाली Namo Bharat ट्रेनें 160 किमी प्रति घंटे की रफ्तार तक दौड़ेंगी और हर 10–15 मिनट में उपलब्ध होंगी। इसका सीधा मतलब है कि दिल्ली और गुरुग्राम के कामकाजी लोग भविष्य में अलवर तक रहकर भी आसानी से साइबर सिटी और अन्य इलाकों तक पहुंच पाएंगे।
स्थानीय लोगों और यात्रियों को क्या होगा फायदा?
- लगभग 30 गाँव सीधे मेट्रो नेटवर्क से जुड़ेंगे।
- मानेसर, साइबर सिटी और पुराने गुरुग्राम तक आसान सफर संभव होगा।
- भीड़-भाड़ वाले इलाकों में मेट्रो स्टेशन बनाए जाने की योजना है।
- सड़कों पर वाहनों का दबाव घटेगा और ट्रैफिक जाम की समस्या कम होगी।
- RRTS और मेट्रो नेटवर्क के जुड़ने से दिल्ली–गुरुग्राम–अलवर कॉरिडोर पर रफ्तार और सुविधा दोनों मिलेंगी।
Metro Expansion से जुड़े अन्य प्रोजेक्ट
राज्य सरकार सिर्फ सेक्टर-56 से पचगांव चौक तक ही नहीं, बल्कि पालम विहार से दिल्ली के द्वारका और पुराने गुरुग्राम के अन्य हिस्सों तक भी मेट्रो विस्तार की योजना बना रही है। इसका मकसद है पूरे जिले को एक मजबूत मेट्रो नेटवर्क में जोड़ना, जिससे भविष्य में गुरुग्राम NCR का सबसे सुलभ और स्मार्ट ट्रांसपोर्ट हब बन सके।
👉 साफ है कि यह Metro Expansion सिर्फ गुरुग्राम की परिवहन प्रणाली नहीं बदलने वाला, बल्कि रियल एस्टेट, रोजगार और औद्योगिक विकास की रफ्तार भी दोगुनी करेगा। जिस तरह दिल्ली मेट्रो ने राजधानी की तस्वीर बदली थी, उसी तरह गुरुग्राम मेट्रो का विस्तार आने वाले सालों में साइबर सिटी और आसपास के इलाकों को नई पहचान देगा।