📅 नई दिल्ली, 15 अगस्त 2025 — स्वतंत्रता दिवस केवल एक तारीख नहीं, बल्कि हर भारतीय के गर्व, संघर्ष और संकल्प का प्रतीक है। 79वें Independence Day 2025 के शुभ अवसर पर जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले की प्राचीर से राष्ट्र को संबोधित किया, तो देशभर की निगाहें उस एक मंच पर टिक गईं — और कान उन 15 बिंदुओं पर लगे रहे, जो भारत के वर्तमान से लेकर भविष्य तक की दिशा तय करते हैं।
इस ऐतिहासिक मौके पर प्रधानमंत्री ने Independence Day 2025 को “140 करोड़ संकल्पों का पर्व” कहा और आत्मनिर्भर भारत के निर्माण की नींव को और मजबूत करने का वादा किया।
🔴 PM Modi के 15 प्रमुख संकल्प: विकास, सुरक्षा और तकनीकी आत्मनिर्भरता की ओर
प्रधानमंत्री मोदी के भाषण में नारे नहीं, ठोस रणनीतियाँ थीं। शब्दों में सिर्फ उम्मीद नहीं, जिम्मेदारी की गूंज थी। आइए उनके 15 अहम बिंदुओं पर नज़र डालते हैं:
1. 140 करोड़ संकल्पों का महापर्व
पीएम मोदी ने स्वतंत्रता दिवस को सिर्फ उत्सव नहीं, बल्कि “140 करोड़ देशवासियों की आकांक्षाओं और जिम्मेदारियों का संगम” बताया। हर नागरिक से इसमें भागीदारी का आह्वान किया गया।
2. ऊर्जा आत्मनिर्भरता
देश में पिछले 11 वर्षों में सौर ऊर्जा का 30 गुना विस्तार हुआ है। ग्रीन हाइड्रोजन, हाइड्रोपावर और 10 नए परमाणु रिएक्टरों पर निवेश, इस दिशा में मील का पत्थर हैं। 2047 तक परमाणु क्षमता को 10 गुना बढ़ाने का लक्ष्य रखा गया है।
3. क्रिटिकल मिनरल मिशन
तकनीकी, रक्षा और चिकित्सा क्षेत्र के लिए आवश्यक खनिजों की खोज 1,200 से अधिक स्थानों पर जारी है, ताकि विदेशी निर्भरता खत्म हो।
4. भारत का खुद का स्पेस स्टेशन
2047 तक भारत अपना स्पेस स्टेशन स्थापित करेगा। साथ ही “Made in India” जेट इंजन बनाने की योजना से देश की वैमानिक क्षमता में क्रांति आएगी।
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5. ऑपरेशन सिंदूर की सफलता
पीएम मोदी ने भारतीय सेना की कार्रवाई को सराहते हुए बताया कि दुश्मन के इलाके में घुसकर आतंकी ठिकानों को नेस्तनाबूद किया गया — यह आत्मरक्षा की नहीं, आत्मविश्वास की भी कहानी है।
6. 2030 का क्लीन एनर्जी लक्ष्य 2025 में हासिल
“समुद्र मंथन मिशन” के तहत तेल और गैस की खोज तेजी से चल रही है। साफ ऊर्जा में भारत ने अपनी प्रतिबद्धता पहले ही सिद्ध कर दी है।
7. युवाओं से विशेष संवाद
पीएम ने युवाओं से समय के सदुपयोग और नीतियों में भागीदारी का आग्रह किया। रिसर्च और पेटेंट में योगदान देने की अपील की गई।
8. फर्टिलाइज़र में आत्मनिर्भरता
देश की खाद नीति अब घरेलू उत्पादन पर केंद्रित होगी। विदेशों पर निर्भरता खत्म करने के लिए युवाओं और उद्योगपतियों को प्रेरित किया गया।
9. मिशन सुदर्शन चक्र
रक्षा क्षेत्र की तकनीकी क्रांति में मिशन “सुदर्शन चक्र” एक बड़ा कदम होगा। इससे भारत की युद्ध क्षमता को अपग्रेड किया जाएगा।
10. भारतीय भाषाओं को सम्मान
ज्ञान और विज्ञान की दुनिया में भारतीय भाषाओं को महत्त्व देने पर बल दिया गया, जिससे हर छात्र अपनी मातृभाषा में भी वैश्विक प्रतिस्पर्धा में टिक सके।
11. मोटापे पर चिंता
स्वास्थ्य की चेतावनी देते हुए पीएम ने मोटापे को आने वाले संकट के रूप में चिन्हित किया। तेल की खपत में 10% की कमी का सुझाव एक व्यावहारिक दिशा है।
12. पिछड़े क्षेत्रों के लिए विशेष योजनाएं
पूर्वी भारत सहित पिछड़े ब्लॉकों के लिए समर्पित विकास योजनाओं की घोषणा की गई — यह ‘सबका साथ, सबका विकास’ का विस्तार है।
13. मजबूत होती अर्थव्यवस्था
महंगाई नियंत्रण में है, विदेशी मुद्रा भंडार सुरक्षित है और भारत को अंतरराष्ट्रीय एजेंसियों से सराहना मिल रही है। वैश्विक अस्थिरता के बीच यह उपलब्धि कम नहीं।
14. नेक्स्ट जेन जीएसटी रिफॉर्म
इस दिवाली नया GST रिफॉर्म लागू होगा, जिससे खासकर MSME सेक्टर को राहत मिलेगी। यह छोटे उद्योगों की रीढ़ को मजबूत करने वाला कदम होगा।
15. सिंधु जल संधि पर भारत का रुख
“खून और पानी एक साथ नहीं बह सकते” — इस बयान के साथ पीएम ने स्पष्ट कर दिया कि सिंधु जल का उपयोग अब भारतीय किसानों के लिए प्राथमिकता होगा।
🌐 भारत का भविष्य: आत्मनिर्भरता, तकनीक और समरसता
PM Modi का भाषण केवल राजनीतिक एजेंडा नहीं था — वह राष्ट्रनिर्माण की एक विस्तृत रूपरेखा थी। इसमें Independence Day 2025 सिर्फ स्मरण का दिन नहीं, बल्कि भविष्य के संकल्प का प्रतीक बना।
और यही कारण है कि लाल किले से उठी आवाज़, गांव-गांव, शहर-शहर गूंज रही है — एक नए भारत की आशा और आत्मबल के साथ।