बिहार को ₹36 हजार करोड़ की सौगात, राष्ट्रीय मखाना बोर्ड की स्थापना का ऐलान
15 सितंबर 2025, पूर्णिया: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को बिहार के पूर्णिया में एक विशाल जनसभा को संबोधित करते हुए कई बड़ी घोषणाएं कीं। इस दौरान उन्होंने 36 हजार करोड़ रुपये की परियोजनाओं की सौगात राज्य को दी। पीएम मोदी ने कहा कि “देश का विकास तभी संभव है, जब बिहार का विकास होगा और बिहार का विकास पूर्णिया व सीमांचल के विकास से जुड़ा हुआ है।”
कांग्रेस और आरजेडी पर सीधा हमला
पूर्णिया की धरती से प्रधानमंत्री मोदी ने विपक्ष पर तीखा प्रहार किया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस घुसपैठियों को बचाने में लगी है, जबकि एनडीए की जिम्मेदारी है कि घुसपैठ पर ताला लगाया जाए। पीएम मोदी ने दो टूक कहा— “भारत में भारत का कानून चलेगा। जो घुसपैठिए हैं, उन्हें बाहर जाना ही पड़ेगा।”
उन्होंने बिहार की जनता को याद दिलाया कि वह लंबे समय तक आरजेडी के जंगलराज की पीड़ा झेल चुकी है। अपराध और अराजकता से मुक्ति ही अब लोगों की पहली प्राथमिकता है और यही वजह है कि जनता एनडीए के साथ खड़ी है।
विकास की बड़ी सौगातें
प्रधानमंत्री ने पूर्णिया एयरपोर्ट के नए टर्मिनल का उद्घाटन किया और कई परियोजनाओं का शिलान्यास भी किया। उन्होंने बताया कि पिछले 11 वर्षों में उनकी सरकार ने गरीबों के लिए 4 करोड़ से अधिक पक्के घर बनाए हैं और अब 3 करोड़ नए घर बनाने का काम शुरू हो चुका है। मोदी ने कहा कि “जब तक हर गरीब को पक्का घर नहीं मिल जाता, तब तक मोदी रुकने वाला नहीं है।”
उन्होंने बार-बार दोहराया कि पिछड़े और गरीब को प्राथमिकता देना ही उनकी सरकार का लक्ष्य है।
राष्ट्रीय मखाना बोर्ड की स्थापना
जनसभा में प्रधानमंत्री ने बिहार के किसानों से किए अपने वादे को पूरा करने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय मखाना बोर्ड की स्थापना का नोटिफिकेशन केंद्र सरकार ने जारी कर दिया है। इसके माध्यम से मखाना किसानों को बेहतर कीमत मिलेगी और टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल बढ़ाया जाएगा।
करीब पौने 500 करोड़ रुपये की योजनाएं मखाना सेक्टर के विकास के लिए मंजूर की गई हैं। मोदी ने कहा कि आने वाले समय में मखाना न सिर्फ बिहार की पहचान बनेगा, बल्कि देश की अर्थव्यवस्था में भी अहम योगदान देगा।
बिहार और सीमांचल पर फोकस
पीएम मोदी ने कहा कि पूर्णिया और सीमांचल लंबे समय तक उपेक्षा के शिकार रहे, लेकिन अब यह इलाका विकास के फोकस में है। एनडीए सरकार स्थिति को बदल रही है और आने वाले वर्षों में यह क्षेत्र बिहार की तरक्की का नया केंद्र बनेगा।
नतीजा
PM Modi in Purnia की यह रैली सिर्फ विकास योजनाओं की घोषणा तक सीमित नहीं रही। यह एक राजनीतिक संदेश भी था— घुसपैठ पर सख्ती, विपक्ष पर हमला और बिहार को नए सपनों की राह पर ले जाने का वादा।