नई दिल्ली, 27 अगस्त 2025। जम्मू-कश्मीर में लगातार हो रही मूसलधार बारिश और बाढ़ ने जनजीवन को गहरी चोट पहुंचाई है। पहाड़ों से गिरे मलबे और जगह-जगह भरे पानी ने सड़क से लेकर रेल यातायात तक को रोक दिया है। इसका सबसे बड़ा असर Railways पर दिख रहा है। उत्तर रेलवे के अनुसार, अब तक 58 गाड़ियों को रद्द करना पड़ा है, जबकि 18 ट्रेनों का मार्ग बदल दिया गया है।
जम्मू-कटरा रेल सेक्शन पर सबसे ज्यादा असर
उत्तर रेलवे के जनसंपर्क अधिकारी के मुताबिक, जम्मू-कटरा रूट पूरी तरह प्रभावित है। इस सेक्शन में 22 ट्रेनों को पूरी तरह कैंसिल कर दिया गया है। इनमें से 9 गाड़ियां माता वैष्णो देवी धाम, कटरा से शुरू होती थीं, जबकि बाकी जम्मू और उधमपुर पहुंचने वाली थीं।
रेलवे अधिकारियों ने बताया कि मंगलवार को मौसम बिगड़ने के बाद 27 ट्रेनों को बीच रास्ते ही रोकना पड़ा। ये गाड़ियां फिरोजपुर, मांडा, चक रखवालान और पठानकोट जैसे स्टेशनों पर खड़ी कर दी गईं।
कटरा-श्रीनगर डिविजन पर सेवाएं सामान्य
हालांकि राहत की बात यह है कि कटरा-श्रीनगर रेल सेक्शन फिलहाल सामान्य रूप से चल रहा है। मगर, चक्की नदी में अचानक आई बाढ़ और मिट्टी के तेज कटाव ने पठानकोट से हिमाचल प्रदेश के कंदरोरी तक की रेल लाइन को बंद करने पर मजबूर कर दिया। रेलवे का कहना है कि हालात स्थिर होते ही सेवाएं बहाल कर दी जाएंगी।
यात्रियों को अलर्ट जारी
रेलवे ने यात्रियों से अपील की है कि वे सफर पर निकलने से पहले अपनी ट्रेन की स्थिति जरूर चेक करें। अधिकारी लगातार यह दोहरा रहे हैं कि यात्रियों की सुरक्षा सर्वोपरि है। फिलहाल, हजारों श्रद्धालुओं और यात्रियों की योजनाएं बारिश और ट्रेनों के कैंसिलेशन की वजह से प्रभावित हुई हैं।
राहत और बहाली की कवायद
प्रशासन और रेलवे की टीमें संयुक्त रूप से हालात पर नजर बनाए हुए हैं। अतिरिक्त संसाधन झोंककर ट्रैक की मरम्मत और जलभराव को हटाने का काम तेजी से किया जा रहा है। अधिकारियों को उम्मीद है कि मौसम सामान्य होने पर जल्द ही सेवाएं पटरी पर लौट आएंगी।