Women Cricket World Cup विजेता टीम दिल्ली पहुंची, तिरंगे के बीच जमकर हुआ स्वागत
नई दिल्ली, 04 नवंबर 2025 (मंगलवार): भारतीय महिला क्रिकेट टीम, जिसने पहली बार Women Cricket World Cup का खिताब अपने नाम कर इतिहास रचा, मंगलवार शाम मुंबई से दिल्ली पहुंची। कप्तान हरमनप्रीत कौर की अगुवाई में आई इस चैंपियन टीम का राजधानी में ढोल-नगाड़ों के साथ ज़बरदस्त स्वागत हुआ। होटल ताज पैलेस में टीम का अभिनंदन हुआ, जहाँ खिलाड़ियों पर गुलाब की पंखुड़ियाँ बरसाई गईं और लोग जोश में नाचते-गाते नज़र आए।
बुधवार को पीएम मोदी के साथ होगी विशेष मुलाकात
जानकारी के मुताबिक, बुधवार शाम भारतीय महिला टीम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से उनके आवास पर मिलेगी। आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, इस समारोह में प्रधानमंत्री मोदी खिलाड़ियों को विशेष सम्मानित करेंगे। पहली बार वनडे वर्ल्ड कप जीतने वाली भारतीय महिला टीम के लिए इस कार्यक्रम को ऐतिहासिक बताया जा रहा है।
“ये जीत सिर्फ ट्रॉफी की नहीं, महिलाओं की शक्ति, दृढ़ता और सपनों की जीत है,” पीएमओ के एक वरिष्ठ अधिकारी ने नाम न छापते हुए कहा।
स्वागत में ढोल-नगाड़े, गरिमा और गर्व की छलकती छवि
मुंबई के एयरपोर्ट पर विदाई से लेकर दिल्ली के ताज पैलेस होटल तक, टीम के स्वागत में कहीं कमी नहीं छोड़ी गई। होते भी क्यों? जब देश की बेटियाँ पहली बार Women Cricket World Cup उठाकर घर लौटी हों।
खिलाड़ियों में जेमिमा रोड्रिग्स, राधा यादव और स्नेह राणा ढोल-नगाड़ों की धुन पर झूम उठीं। होटल के लॉन में खिलाड़ियों और सपोर्ट स्टाफ का जोश देखते ही बन रहा था। टीम के साथ आए कोच और स्टाफ के चेहरे पर भी गर्व और उपलब्धि की चमक साफ झलक रही थी।
सुरक्षा का विशेष इंतजाम, चार्टर्ड फ्लाइट से आई टीम
मुंबई से दिल्ली तक टीम को सुरक्षित लाने के लिए स्टार एयर की विशेष चार्टर फ्लाइट (एस5, 8328) का इंतजाम किया गया। सुरक्षा कारणों से दिल्ली एयरपोर्ट के जनरल एविएशन टर्मिनल पर आम जनता की एंट्री बंद रखी गई, हालांकि मीडिया के लिए दायरा रखा गया था।
दिल्ली में टीम के लिए रास्तों पर सुरक्षा तैनात रही, और होटल पहुंचने से पहले रूट की डॉग स्क्वायड से जांच भी करवाई गई।
आगे की तैयारी: अगला पड़ाव, गृह नगर और टूर्नामेंट
टीम इंडिया के सभी सदस्य बुधवार को पीएम मोदी से मिलने के बाद अपने-अपने गृह नगरों के लिए रवाना होंगे। हालांकि, युवा ओपनर शेफाली वर्मा सीधे नागालैंड जाएँगी, जहाँ वह उत्तर जोन टीम की कप्तानी करते हुए इंटर-जोनल टी20 टूर्नामेंट में हिस्सा लेंगी।
“यह सफर तो बस मंज़िल की शुरुआत है,” टीम मैनेजर ने मीडिया से बातचीत में कहा, “अब ये बेटियाँ नए सपने बुनने निकल चुकी हैं।”
निष्कर्ष
देश की ये बेटियाँ सिर्फ़ खेल की नहीं, भारत की बदलती सोच और शक्ति की प्रतिनिधि हैं। पहली बार Women Cricket World Cup घर लाकर इन खिलाड़ियों ने न सिर्फ़ क्रिकेट इतिहास बदला, बल्कि हर उस लड़की के सपने को पंख दिए, जो कभी बैट-बॉल उठाने से हिचकिचाती थी। आज तिरंगा सिर्फ़ मैदान में नहीं, हर भारतीय के दिल में लहरा रहा है।













