लखनऊ (Wed, 24 Sep 2025) – उत्तर प्रदेश के डीजीपी राजीव कृष्ण ने साफ कहा है कि Women Safety सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है और इसमें किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं होगी। बुधवार को पुलिस मुख्यालय में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से मिशन शक्ति अभियान की समीक्षा करते हुए उन्होंने सभी कमिश्नरेट और जिला अधिकारियों को निर्देश दिया कि स्कूल-कॉलेजों के आसपास मनचलों व शोहदों के खिलाफ तत्काल और कड़ी कार्रवाई की जाए।
मिशन शक्ति अभियान पर जोर
डीजीपी ने अधिकारियों से कहा कि मिशन शक्ति सिर्फ एक औपचारिकता नहीं है, बल्कि महिलाओं की गरिमा और सुरक्षा को सुनिश्चित करने का ठोस प्रयास है। उन्होंने यह भी निर्देश दिया कि अधिकारी खुद फील्ड में जाएं, मातहतों की मुस्तैदी जांचें और इसकी रिपोर्ट सीधे मुख्यालय को भेजें।
संवेदनशीलता और सख्ती दोनों जरूरी
डीजीपी राजीव कृष्ण ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देशों के तहत महिलाओं से जुड़े अपराधों की जांच पूरी संवेदनशीलता से होनी चाहिए। दोषियों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई सुनिश्चित करना ही पुलिस की जिम्मेदारी है।
दो दिनों की कार्रवाई का ब्योरा
बैठक में बताया गया कि 22 और 23 सितंबर को पूरे प्रदेश में विशेष चेकिंग अभियान चलाया गया। इस दौरान:
- 14,861 स्थानों पर चेकिंग की गई।
- 85 हजार से ज्यादा संदिग्धों से पूछताछ हुई।
- 135 मुकदमे दर्ज हुए और 177 लोग गिरफ्तार किए गए।
- 6,280 शोहदों के अभिभावकों को थाने बुलाकर सख्त चेतावनी दी गई।
- 49 अवैध हथियार, 20 वाहन और 849 लीटर अवैध शराब बरामद हुई।
- 2,813 अवैध अतिक्रमण भी हटवाए गए।
महिला सुरक्षा सर्वोपरि
डीजीपी ने साफ कहा कि प्रदेश में किसी भी युवती या महिला को असुरक्षित महसूस नहीं होना चाहिए। “स्कूल और कॉलेज के आसपास मनचलों की मौजूदगी बर्दाश्त नहीं की जाएगी। पुलिस की सख्ती ही समाज में भरोसा जगाएगी,” उन्होंने जोड़ा।