लखनऊ (Sun, 02 Nov 2025)। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ रविवार को बहराइच पहुंचे, जहां उन्होंने हाल ही में हुई नाव दुर्घटना से प्रभावित परिवारों से मुलाकात कर संवेदना व्यक्त की। सीएम योगी ने इस दौरान मृतकों के परिजनों को चार-चार लाख रुपये की राहत राशि के चेक सौंपे और कहा कि “सरकार इस कठिन समय में हर कदम पर उनके साथ खड़ी है।”
सीएम योगी ने अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए कि भरथापुर गांव के सभी प्रभावित परिवारों को एक माह के भीतर पुनर्वासित किया जाए। इसके लिए 21.55 करोड़ रुपये की राशि स्वीकृत की गई है। उन्होंने कहा कि “हर प्रभावित परिवार को न सिर्फ आर्थिक सहायता मिलेगी, बल्कि नया घर, जमीन और सभी मूलभूत सुविधाएं—बिजली, पानी, सड़क—भी सुनिश्चित की जाएंगी।”
🏠 भरथापुर में बनेगी नई कॉलोनी, एक माह में होगा पुनर्वास
मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया कि भरथापुर के सभी विस्थापितों के लिए गांव के नाम से कॉलोनी विकसित की जाए, ताकि उनकी पहचान और सामाजिक जुड़ाव बना रहे। उन्होंने कहा कि बहराइच के अन्य ऐसे गांव, जो बाढ़ या नाव हादसों से लगातार प्रभावित होते हैं, उन्हें भी सुरक्षित स्थानों पर बसाने की प्रक्रिया तेज की जाए।
सीएम ने अफसरों से कहा कि पुनर्वास की प्रक्रिया पारदर्शी और त्वरित होनी चाहिए। साथ ही आवश्यक बजट का प्रस्ताव जल्द शासन को भेजा जाए, ताकि किसी भी परिवार को असुरक्षा या असुविधा का सामना न करना पड़े।
🚁 सीएम ने किया हवाई सर्वेक्षण, हालात का लिया जायजा
मुख्यमंत्री योगी ने घटनास्थल का हवाई सर्वेक्षण (aerial survey) भी किया और मौके पर मौजूद अफसरों से हादसे की पूरी जानकारी ली। उन्होंने कहा कि सरकार का पहला उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि ऐसी घटनाएं दोबारा न हों और पीड़ित परिवारों को पुनः बसाने में कोई देरी न की जाए।
सीएम योगी ने कहा, “जिन परिवारों ने अपनों को खोया है, उनके दुख को शब्दों में नहीं कहा जा सकता। लेकिन सरकार संवेदना के साथ-साथ हर संभव सहयोग देगी, ताकि वे फिर से अपने जीवन को संवार सकें।”
📌 मुख्य बिंदु (Key Highlights)
- Boat Accident Relief योजना के तहत चार-चार लाख रुपये की सहायता राशि दी गई।
- भरथापुर के विस्थापितों के पुनर्वास के लिए 21.55 करोड़ रुपये स्वीकृत।
- एक माह के भीतर नई कॉलोनी में सभी परिवारों का विस्थापन।
- सीएम ने हवाई सर्वेक्षण कर हालात का लिया जायजा और अधिकारियों को निर्देश दिए।
- अन्य प्रभावित गांवों को भी सुरक्षित स्थानों पर बसाने की प्रक्रिया तेज होगी।











