बिहार (22 Oct 2025) – इस साल Chhath Puja 2025 का चार दिवसीय महापर्व शनिवार, 25 अक्टूबर से शुरू हो रहा है। परंपरा अनुसार छठ व्रती नहाय-खाय के साथ अपने अनुष्ठान आरंभ करेंगे। इसके बाद 26 अक्टूबर, रविवार को खरना पूजन का आयोजन होगा। इस दिन व्रतियों द्वारा खीर व रसिया ग्रहण किया जाएगा और तत्पश्चात लगभग 36 घंटे का निर्जला उपवास शुरू होगा।
अस्ताचलगामी और उदीयमान सूर्य को अर्घ्य
छठ पूजा 2025 में मुख्य अनुष्ठान छठ घाटों पर 27 और 28 अक्टूबर को संपन्न होंगे। सोमवार, 27 अक्टूबर को अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य अर्पित किया जाएगा। इसके अगले दिन, मंगलवार, 28 अक्टूबर को प्रात: बेला में उदीयमान सूर्य देव को अर्घ्य दिया जाएगा। इस अर्घ्य के साथ ही Chhath Puja 2025 का पारण और समापन होगा।
छठ व्रतियों की तैयारी और स्वच्छता
छठ महापर्व से पहले व्रतियों द्वारा गेहूं और अरवा चावल को धोकर और धूप में सुखाकर प्रसाद तैयार किया जा रहा है। इस दौरान स्वच्छता और साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखा जाता है। अखिल भारतीय पुरोहित महासंघ के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष पंडित संजय झा के अनुसार, नियम, निष्ठा और विधि-विधान के साथ-साथ स्वच्छता भी महापर्व का अहम हिस्सा है।
अन्नकूट, गोवर्धन पूजा और भैया दूज
छठ से पहले ही भागलपुर के बिहपुर प्रखंड में अन्नकूट पूजा संपन्न हुई। प्रतिपदा तिथि को रामजानकी ठाकुरबाड़ी में महंत नवलकिशोर दास द्वारा ठाकुरजी को 56 प्रकार के भोग अर्पित किए गए। इसके बाद गोवर्धन पूजा में गाय और अन्य मवेशियों की पूजा कर उन्हें हरी घास/चारा खिलाया गया।
भैया दूज और चित्रगुप्त पूजा 2025 इस साल गुरुवार, 23 अक्टूबर को मनाई जाएगी।
छठ घाटों की तैयारी – भागलपुर डीएम का निरीक्षण
भागलपुर के जिलाधिकारी नवल कुमार चौधरी ने नाथनगर स्थित चंपा नदी छठ घाट का निरीक्षण किया। उनके साथ अनुमंडल अधिकारी, सिटी डीएसपी, प्रखंड विकास पदाधिकारी और नाथनगर इंस्पेक्टर मौजूद थे।
सार्वजनिक पूजा समारोह समिति के अध्यक्ष पप्पू यादव और अन्य सदस्यों ने घाट की सुरक्षा, सीढ़ी घाट निर्माण और लाइटिंग व्यवस्था की मांग की। जिलाधिकारी ने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिया कि Chhath Puja 2025 के लिए घाट का सौंदर्यकरण, लाइटिंग, बैरेकेडिंग और सफाई सुनिश्चित की जाए।













