नई दिल्ली, 21 अगस्त 2025: देश की राजनीति में इस वक्त सबसे बड़ा सवाल है—India Bloc V-P Candidate Nomination किस करवट बैठेगा? विपक्षी गठबंधन INDIA Bloc ने पूर्व सुप्रीम कोर्ट जज और गोवा के पहले लोकायुक्त रह चुके बी. सुदर्शन रेड्डी को उपराष्ट्रपति पद के लिए उम्मीदवार घोषित कर दिया है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने उनके नाम का ऐलान किया और गुरुवार को रेड्डी ने औपचारिक रूप से नामांकन दाखिल भी कर दिया। इससे पहले एनडीए प्रत्याशी सीपी राधाकृष्णन अपना नामांकन कर चुके हैं। लिहाज़ा मुकाबला अब पूरी तरह साफ है—राधाकृष्णन बनाम रेड्डी।
रेड्डी ने नामांकन से पहले संसद के सेंट्रल हॉल में INDIA गठबंधन नेताओं के साथ बैठक की। नामांकन पत्र पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, सोनिया गांधी, सपा नेता रामगोपाल यादव और डीएमके सांसद तिरुचि शिवा सहित करीब 80 सांसदों ने हस्ताक्षर किए। खरगे ने उन्हें “भारत के सबसे प्रगतिशील और विशिष्ट न्यायविदों में से एक” बताया।
राहुल गांधी को लेकर क्या कहा रेड्डी ने?
नामांकन के मौके पर सुदर्शन रेड्डी ने कांग्रेस सांसद राहुल गांधी की जमकर सराहना की। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी की वजह से ही सड़कों पर आवाज बुलंद होती है और जनता की खामोशी सत्ता पर भारी पड़ती है। रेड्डी ने समाजवादी चिंतक डॉ. राममनोहर लोहिया का हवाला देते हुए कहा—“जब सड़क खामोश होती है, सदन आवारा हो जाता है।” उन्होंने जोड़ा कि राहुल गांधी इस खामोशी को कभी हावी नहीं होने देते और यही लोकतंत्र की असली ताकत है।
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बिहार के SIR को लेकर जताई चिंता
बी. सुदर्शन रेड्डी ने नामांकन के दौरान बिहार में चल रही मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) प्रक्रिया का भी मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि इस प्रक्रिया में गंभीर खामियां हैं, जो सार्वभौमिक वयस्क मताधिकार पर सीधा खतरा डालती हैं। रेड्डी ने सवाल किया—“जब आम आदमी का सबसे बड़ा हथियार यानी वोट का अधिकार ही छीन लिया जाए, तो लोकतंत्र में बचता क्या है?”
उपराष्ट्रपति पद को बताया ‘संवैधानिक यात्रा’
सुदर्शन रेड्डी ने कहा कि उपराष्ट्रपति का पद राजनीति की संस्था नहीं, बल्कि एक संवैधानिक यात्रा है। उन्होंने खुलासा किया कि सुप्रीम कोर्ट के एक जज ने उनसे पूछा था कि वे राजनीतिक दलदल में क्यों आ रहे हैं। इस पर रेड्डी ने जवाब दिया—“मेरा सफर 1971 में वकालत से शुरू हुआ था। आज की चुनौती भी उसी सफर का हिस्सा है। इसलिए इसे राजनीतिक नहीं बल्कि संवैधानिक जिम्मेदारी मानता हूँ।”
मुकाबला अब दिलचस्प
अब साफ हो गया है कि उपराष्ट्रपति चुनाव का असली मुकाबला एनडीए के सीपी राधाकृष्णन और इंडिया ब्लॉक के बी. सुदर्शन रेड्डी के बीच होगा। संसद में मतगणना से पहले दोनों पक्षों की रणनीति और समीकरण इस लड़ाई का फैसला तय करेंगे।