पटना, Mon, 27 Oct 2025। लोक आस्था के महापर्व Chhath Puja 2025 की छटा सोमवार को पूरे देश में दिखाई दी। घाटों पर लाखों व्रती और श्रद्धालु डूबते सूर्य को अर्घ्य देने के लिए उमड़ पड़े। श्रद्धा, अनुशासन और भक्ति से सजी यह संध्या मानो सूर्य उपासना की एक अद्भुत मिसाल बन गई।
🌅 चार दिनों की पूजा का सबसे अहम दिन
हिंदू धर्म में छठ पूजा का अत्यंत महत्व माना गया है। यह चार दिनों तक चलने वाला पर्व है, जिसमें तीसरे दिन संध्या अर्घ्य का विशेष स्थान है।
इस दिन व्रती महिलाएं व पुरुष परिवार सहित घाटों पर पहुंचकर अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य देते हैं और छठी मैया से सुख-समृद्धि की कामना करते हैं।
🪔 देव में 12 लाख श्रद्धालुओं ने दिया अर्घ्य
बिहार के औरंगाबाद जिले के देव सूर्यकुंड व रुद्रकुंड तालाब पर श्रद्धा का सैलाब उमड़ पड़ा।
डीएम श्रीकांत शास्त्री ने बताया कि सोमवार शाम 12 लाख से अधिक व्रतियों ने सूर्यदेव को अर्घ्य अर्पित किया।
भीड़ इतनी विशाल थी कि आसपास के रास्तों पर पैदल चलना मुश्किल हो गया।
सूर्य मंदिर न्यास समिति के सचिव विश्वजीत कुमार राय ने बताया कि सुबह चार बजे से ही लगभग चार लाख व्रती तालाब पहुंच चुके थे।
प्रशासन ने ड्रोन से निगरानी की व्यवस्था की थी, जबकि सुरक्षा बलों की तैनाती चौक-चौबंद रही।
🌊 Chhath Puja 2025: मुंगेर के घाटों पर भक्ति का जनसैलाब
मुंगेर में भी गंगा घाटों पर श्रद्धा का महासागर उमड़ पड़ा।
कष्टहरणी, बबुआ, सोझीघाट, सीढ़ी घाट सहित तमाम घाटों पर शाम होते-होते व्रतियों की भीड़ देखने लायक थी।
महिलाएं पारंपरिक परिधान में, बांस की सूप में ठेकुआ, फल, नारियल और प्रसाद लिए जल में खड़ी रहीं।
उन्होंने दूध और हल्दी मिले जल से सूर्यदेव को अर्घ्य अर्पित किया और छठी मैया से संतान सुख, पारिवारिक समृद्धि और समाज कल्याण की कामना की।
🇮🇳 राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने भी दी अर्घ्य
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने भी सोमवार को राष्ट्रपति भवन परिसर में आयोजित छठ पूजा समारोह में भाग लिया।
उन्होंने श्रद्धालुओं के साथ डूबते सूर्य को अर्घ्य दिया और देशवासियों की खुशहाली व समृद्धि की कामना की।
समारोह में पारंपरिक गीतों की गूंज और दीपों की रोशनी ने वातावरण को पूरी तरह भक्तिमय बना दिया।
🏛️ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 1 अणे मार्ग पर किया अर्घ्यदान
वहीं, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी पटना स्थित अपने आवास 1 अणे मार्ग पर डूबते सूर्य को अर्घ्य अर्पित किया।
उन्होंने एक्स हैंडल पर तस्वीरें साझा करते हुए लिखा —
“आज परिवार के साथ अस्ताचलगामी भगवान भास्कर को अर्घ्य अर्पित कर राज्य में सुख, शांति और समृद्धि की कामना की।”
मुख्यमंत्री के साथ कई मंत्री और प्रशासनिक अधिकारी भी छठ पूजा के कार्यक्रमों में शामिल हुए।
🌞 लोक आस्था, अनुशासन और समर्पण का पर्व
छठ पूजा केवल धार्मिक अनुष्ठान नहीं, बल्कि भारतीय संस्कृति की गहराई और सामूहिक आस्था का प्रतीक है।
यह पर्व प्रकृति, जल, सूर्य और समाज के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करने का अवसर देता है।
डूबते सूर्य को अर्घ्य देने के बाद अब मंगलवार की सुबह उगते सूर्य को अर्घ्य अर्पित किया जाएगा, जिसके साथ ही इस चार दिवसीय पर्व का समापन होगा।













