लखनऊ (Fri, 31 Oct 2025)। उत्तर प्रदेश सरकार ने चिकित्सा शिक्षा के क्षेत्र में बड़ा कदम उठाते हुए राज्यभर के मेडिकल कॉलेजों में MBBS Seats Increase का ऐलान किया है। नए शैक्षणिक सत्र 2025-26 में कुल 950 MBBS सीटें बढ़ाई गई हैं, जिससे मेडिकल शिक्षा में प्रवेश पाने वाले छात्रों के लिए अवसरों का दायरा काफी विस्तृत हो गया है। इसके साथ ही, पोस्ट ग्रेजुएट (MD/MS) कोर्सों में भी 271 सीटों की बढ़ोतरी की गई है।
राजकीय कॉलेजों में 200, निजी संस्थानों में 750 सीटों का इजाफा
राज्य के राजकीय मेडिकल कॉलेजों में 200 नई सीटें जोड़ी गई हैं। इनमें
- अमेठी के स्वशासी राज्य चिकित्सा महाविद्यालय में 100 सीटें,
- ईएसआईसी मेडिकल कॉलेज नोएडा में 50 सीटें, और
- ईएसआईसी मेडिकल कॉलेज वाराणसी में 50 सीटें शामिल हैं।
वहीं निजी मेडिकल कॉलेजों में कुल 750 सीटें बढ़ाई गई हैं। प्रमुख संस्थानों में—
- एराज मेडिकल कॉलेज लखनऊ (50),
- इंटीग्रल इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज लखनऊ (50),
- नारायणा मेडिकल कॉलेज कानपुर (100),
- श्री सिद्धि विनायक मेडिकल कॉलेज संभल (100),
- एचएफ मेडिकल कॉलेज आगरा (100),
- केएमसी मेडिकल कॉलेज महाराजगंज (50),
- राममूर्ति स्मारक इंस्टीट्यूट बरेली (50),
- कृष्ण मोहन मेडिकल कॉलेज मथुरा (50),
- अजय सांगल इंस्टीट्यूट शामली (50),
- गोरक्षनाथ मेडिकल कॉलेज गोरखपुर (50), और
- एसकेएस मेडिकल कॉलेज मथुरा (50) सीटें बढ़ाई गई हैं।
अब UP में कुल 12,800 MBBS सीटें
सीटों की इस वृद्धि के बाद राजकीय कॉलेजों में एमबीबीएस की कुल सीटें 5,450 और निजी कॉलेजों में 7,350 हो गई हैं।
पहले ये संख्या क्रमशः 5,250 और 6,600 थी।
अर्थात इस साल कुल 950 MBBS Seats Increase दर्ज हुई है — जो मेडिकल शिक्षा क्षेत्र में अब तक की सबसे बड़ी बढ़ोतरी में से एक है।
PG कोर्सों में भी बढ़ी 271 सीटें
एमबीबीएस के साथ-साथ, सरकार ने पोस्ट ग्रेजुएट कोर्स (MD/MS) की सीटों में भी उल्लेखनीय वृद्धि की है।
शैक्षणिक सत्र 2025-26 के लिए राज्य में कुल 271 नई PG सीटें जोड़ी गई हैं। अब राजकीय कॉलेजों में 2,137 और निजी संस्थानों में 2,160 सीटें उपलब्ध हैं।
राजकीय क्षेत्र में 233 और नारायणा मेडिकल कॉलेज कानपुर में 38 PG सीटें बढ़ाई गई हैं। इससे विशेषज्ञ डॉक्टरों की संख्या बढ़ेगी और राज्य में उन्नत चिकित्सा सेवाओं का दायरा और मजबूत होगा।
सरकार का लक्ष्य: मेडिकल शिक्षा में आत्मनिर्भरता
चिकित्सा शिक्षा महानिदेशालय के अनुसार, यह निर्णय राज्य में कुशल चिकित्सकों की संख्या बढ़ाने और हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करने की दिशा में एक बड़ा कदम है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में सरकार लगातार मेडिकल कॉलेजों की संख्या, सीटों और सुविधाओं में विस्तार कर रही है।
राज्य के विभिन्न जिलों में नए मेडिकल कॉलेज स्थापित किए जा रहे हैं, जिससे युवाओं को स्थानीय स्तर पर शिक्षा और प्रशिक्षण के अवसर मिल सकें। इससे ग्रामीण और पिछड़े इलाकों में विशेषज्ञ डॉक्टरों की तैनाती भी आसान होगी।
मेडिकल सेक्टर को नई दिशा
विशेषज्ञों के अनुसार, सीटों की इस वृद्धि से न केवल चिकित्सा शिक्षा के स्तर में सुधार होगा, बल्कि राज्य में स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता भी बेहतर होगी।
सरकार का लक्ष्य है कि आने वाले वर्षों में ‘One District, One Medical College’ की परिकल्पना को साकार किया जाए, जिससे उत्तर प्रदेश चिकित्सा शिक्षा में आत्मनिर्भर बन सके।











